धमतरी – खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जिले में फसल गिरदावरी कार्य की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। इसी क्रम में आज कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने अधिकारियों के साथ धमतरी जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम भोयना, जंवरगांव, अरौद और मथुराडीह के खेतों में जाकर गिरदावरी कार्य का भौतिक सत्यापन किया और पटवारियों द्वारा संधारित अभिलेखों की मौके पर जांच की।
कलेक्टर सुश्री गांधी ने गिरदावरी कार्य को पारदर्शिता, विशेष सावधानी और त्रुटिरहित ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इस कार्य के तहत जिले में पटवारियों द्वारा संधारित गिरदावरी को भुईंयां सॉफ्टवेयर में अपलोड किया गया है। इसके बाद तहसील स्तर पर 290 अधिकारियों और कर्मचारियों की एक सत्यापन टीम गठित की गई, जिन्हें सत्यापन हेतु आईडी और पासवर्ड प्रदान किए गए हैं।
जिला स्तरीय गिरदावरी सत्यापन दल द्वारा रैंडमली चयनित खसरों में से 5 प्रतिशत खसरों का पुनः सत्यापन किया जा रहा है। इसके लिए 116 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है और सत्यापन कार्य के लिए आवश्यक तकनीकी साधन उपलब्ध कराए गए हैं। दल द्वारा विभिन्न खसरों का सत्यापन करने के बाद यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार की विसंगतियों का समय पर समाधान किया जा सके।
शासन द्वारा इस सत्यापन प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि किसानों की फसल के रकबा, धान और अन्य बोई गई फसलों की वास्तविक स्थिति और उपलब्धता का सही-सही आकलन किया जा सके। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि त्रुटिपूर्ण गिरदावरी के कारण किसान समर्थन मूल्य पर धान और मक्का की बिक्री से वंचित न हों। इस प्रक्रिया के अंतर्गत कलेक्टर सुश्री गांधी, सीईओ जिला पंचायत सुश्री रोमा श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्री जी.आर. मरकाम सहित अन्य अधिकारी मौके पर सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
जिला प्रशासन द्वारा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि पटवारियों द्वारा की जा रही गिरदावरी की सभी प्रविष्टियों को समयबद्धता और सटीकता के साथ संधारित किया जाए, ताकि किसानों को खरीफ विपणन वर्ष में फसल बिक्री से लाभ मिल सके और उनकी आय में वृद्धि हो।