सूरजपुर में जनजातीय समाज के सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान पर कार्यशाला आयोजित Workshop organized on social and spiritual contribution of tribal society in Surajpur

सूरजपुर में जनजातीय समाज के सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान पर कार्यशाला आयोजित Workshop organized on social and spiritual contribution of tribal society in Surajpur

 सूरजपुर --  शासकीय नवीन महाविद्यालय चांदनी बिहारपुर में जनजाति समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक महत्व पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जनपद सदस्य श्रीमती निर्मला देवी धुर्वे मुख्य अतिथि रहीं, जबकि प्राचार्य जीतन राम पैकरा ने अध्यक्षता की। सरपंच अमर सिंह, धन सिंह, और शिवधन सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यशाला का संयोजन धीरेंद्र कुमार जायसवाल और आभा रंजना कुजूर ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता, डॉ. भीमराव अंबेडकर, संत गहिरा गुरु, राज मोहिनी देवी, बिरसा मुंडा, वीर नारायण सिंह और रानी दुर्गावती के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। प्राचार्य ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और जनजातीय समाज के जल, जंगल, और जमीन के संरक्षण पर बल दिया।

कार्यक्रम संयोजक धीरेंद्र कुमार जायसवाल ने जनजातीय समाज की भाषा, संस्कृति, और गौरवशाली सामाजिक परंपराओं पर प्रकाश डाला। वहीं, पिंटू कुमार ने जनजातीय धरोहर को संरक्षित करने के महत्व पर जोर दिया। सचिन कुमार ने जनजातीय विद्रोह और संघर्षों की चर्चा की। विशिष्ट अतिथि शिवधन सिंह और अमर सिंह ने जनजातीय समाज की मौलिकता और विशेषताओं को रेखांकित किया।

मुख्य अतिथि ने जनजातीय जीवन दर्शन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। कार्यशाला में महाविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी भी उपस्थित रहे, और कार्यक्रम का समापन सहसंयोजक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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