कोरिया - कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नार्को समन्वय केंद्र (एनसीओआरडी) और समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान की जिला स्तरीय बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम और नशा मुक्ति के लिए विभिन्न विभागों को सख्त निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने जिला खाद्य एवं औषधि नियंत्रण अधिकारी को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से मेडिकल स्टोर्स की जांच करें, जहां बिना डॉक्टर के पर्चे के नशीली दवाइयां बेची जा रही हैं। उन्होंने ऐसे मेडिकल स्टोर्स को चिन्हित कर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी अवैध नशीली दवाओं के विक्रय और परिवहन पर नजर रखने और समय-समय पर मेडिकल स्टोर्स की जांच करने का निर्देश दिया गया। कलेक्टर ने पटना, चरचा क्षेत्र में अवैध नशीली दवाओं के विक्रय संभावनाओं को देखते हुए वहां लगातार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को सख्त निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में कोई शिक्षक-शिक्षिकाएं तम्बाकू, गुटका, बीड़ी, सिगरेट का सेवन न करें। ऐसा करने पर प्राचार्य द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी और आर्थिक दंड भी वसूला जाएगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थाओं, अस्पतालों और किसी भी कार्यालयों के आस-पास लगने वाले पान ठेले पर भी कार्रवाई करने को कहा।
कलेक्टर ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत मादक पदार्थों और नशे के उपयोग से होने वाली हानियों के बारे में जागरूकता लाने के निर्देश दिए। उन्होंने ऐसे क्षेत्रों में जन जागरूकता लाने के लिए नशा मुक्ति से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया, जहां अधिकतर लोग नशा करते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि जनभागीदारी और जन जागरूकता के माध्यम से आम लोग नशे के खिलाफ आगे आएं और लोगों को नशे के नुकसान के बारे में जागरूक करें। उन्होंने आबकारी विभाग के अधिकारियों से कहा है कि अवैध शराब बिक्री को रोकने के लिए छापेमारी की कार्रवाई करें।
यह पहल नशे के खिलाफ ठोस कदम उठाने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।