बालोद में रंगोली स्पर्धा: जनजातीय क्रांतिकारियों की वीरगाथा का अद्भुत चित्रण Rangoli competition in Balod: Amazing depiction of the heroic story of tribal revolutionaries

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बालोद में रंगोली स्पर्धा: जनजातीय क्रांतिकारियों की वीरगाथा का अद्भुत चित्रण Rangoli competition in Balod: Amazing depiction of the heroic story of tribal revolutionaries

बालोद - जिले के शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गुण्डरदेही में "जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत" विषय पर रंगोली स्पर्धा का आयोजन किया गया। इस स्पर्धा में विभिन्न व्यवसाय के प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया और जनजाति समाज के क्रांतिकारियों की वीरगाथाओं एवं उनकी समृद्ध संस्कृति को रंगोली के माध्यम से प्रदर्शित किया।

प्राचार्य श्री एस.डी. खिलारी ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य प्रशिक्षणार्थियों को जनजाति समाज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराना था। प्रशिक्षणार्थियों ने बिरसामुंडा, रानी दुर्गावती, शहीद वीरनारायण सिंह, और तिल्का मांझी जैसे महान जनजातीय नेताओं के योगदान को रंगोली के माध्यम से जीवंत किया।

इस दौरान, प्रशिक्षार्थियों ने जल, जंगल, जमीन और प्रकृति के संरक्षण के प्रति जनजातीय समुदाय के प्रयासों को भी उजागर किया। रंगोली स्पर्धा में भाग लेने वाले प्रशिक्षार्थियों की उत्साह और प्रतिभा ने सभी उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।

इस अवसर पर प्रशिक्षण अधिकारी श्री जितेन्द्र कुमार, श्री पुरन लाल ठाकुर, श्री आशीष साहू, और श्री कौशल धनकर भी उपस्थित थे। इस प्रकार का आयोजन न केवल कला का प्रदर्शन करता है, बल्कि जनजातीय समाज के प्रति सम्मान और जागरूकता भी बढ़ाता है।

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