कोरबा: जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों को मिले सरकारी योजनाओं के लाभ, बच्चों को स्कूल भेजने की अपील Korba: Villagers got benefits of government schemes in public problem solving camp, appeal to send children to school

कोरबा: जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों को मिले सरकारी योजनाओं के लाभ, बच्चों को स्कूल भेजने की अपील Korba: Villagers got benefits of government schemes in public problem solving camp, appeal to send children to school

 कोरबा  - आमजन की समस्याओं के समाधान और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कोरबा विकासखंड के वनांचल ग्राम नकिया में जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में प्रभारी जिला पंचायत सीईओ श्रीमती प्रतिष्ठा ममगाई, अपर कलेक्टर श्री अनुपम तिवारी, जिला पंचायत सदस्य श्री संदीप कंवर सहित अन्य जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

प्रभारी जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ममगाई ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन आपके द्वार तक आया है ताकि आपकी समस्याओं का निराकरण किया जा सके। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे शिविर का लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदन करें। उन्होंने बच्चों को आंगनबाड़ी और स्कूल भेजने का आग्रह किया और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत आवास की राशि का सदुपयोग करने की बात कही।

श्रीमती ममगाई ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर द्वारा डीएमएफ मद से कई विकास कार्यों की स्वीकृति दी गई है, जिसमें भवनविहीन और जर्जर स्कूल एवं आंगनबाड़ी भवनों के लिए नए भवन का निर्माण शामिल है। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को पोषण के संबंध में जागरूक करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाएं, शिशुवती माताएं और छोटे बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों का लाभ उठाएं।

शिविर में कुल 49 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 24 का मौके पर निराकरण किया गया। अन्य 25 आवेदनों का शीघ्र परीक्षण कर निराकरण का आश्वासन दिया गया। इस दौरान कृषि विभाग की योजनाओं के तहत विभिन्न लाभार्थियों को उपकरण और अनुदान प्रदान किए गए।

जिला पंचायत सदस्य श्री संदीप कंवर ने बताया कि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से यह शिविर आयोजित किया गया है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आगे आएं।

इस अवसर पर नन्हें बच्चों का अन्नप्राशन एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषण टोकरी भी प्रदान की गई। शिविर के दौरान “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के तहत जागरूकता रथ को रवाना किया गया, जो ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का कार्य करेगा।

यह शिविर ग्रामीणों के लिए न केवल समस्या समाधान का माध्यम था, बल्कि उन्हें सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।

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