बीजापुर – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने बीजापुर प्रवास के दौरान हेलिपेड स्थित विश्रामगृह में आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सली हिंसा से पीड़ित युवाओं से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत नक्सली हिंसा से प्रभावित युवाओं को पुलिस विभाग में भर्ती किए जाने पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इन युवाओं के साहस और दृढ़ निश्चय की सराहना करते हुए कहा कि उनके योगदान से बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी।
शासन की पुनर्वास नीति से मिल रहा नया जीवन
नव आरक्षक सुमित्रा ने मुख्यमंत्री से अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि नक्सलियों ने 2013 में उनके पिता की हत्या कर दी थी। वह छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत 2023 में आरक्षक पद पर नियुक्त हुईं। उन्होंने कहा कि यह नीति उनके जैसे नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है।
इसी तरह, चेरकंटी निवासी श्री मंगल मोड़ियम ने बताया कि वह 19 वर्षों तक नक्सल संगठन से जुड़े रहे, लेकिन माओवादियों की खोखली विचारधारा को छोड़कर उन्होंने आत्मसमर्पण किया। पुनर्वास नीति के तहत उन्हें पुलिस विभाग में नियुक्ति मिली। उन्होंने कहा, "बस्तर और बीजापुर में शांति स्थापित करना बहुत जरूरी है। भोले-भाले आदिवासियों को नक्सलियों द्वारा जल, जंगल, जमीन के नाम पर गुमराह किया जाता है, लेकिन अब वे जागरूक हो रहे हैं।"
मुख्यमंत्री ने दी नवरात्र की शुभकामनाएं, नक्सलवाद से लड़ाई को बताया महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सभी जवानों और नक्सली हिंसा से प्रभावित युवाओं को नवरात्र की शुभकामनाएं दीं और कहा कि नक्सल संगठन को छोड़कर पुनर्वास नीति से लाभान्वित होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे और भी लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत है, ताकि वे समाज में सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि सुरक्षाबलों द्वारा बस्तर क्षेत्र में हाल ही में एक ऑपरेशन के दौरान 14 नक्सलियों को मार गिराया गया है, जिससे बस्तर शांति की ओर अग्रसर हो रहा है।
दिल्ली में नक्सली हिंसा के पीड़ितों ने राष्ट्रपति और गृह मंत्री से की मुलाकात
मुख्यमंत्री ने बताया कि नक्सल हिंसा के शिकार 55 से अधिक पीड़ितों ने हाल ही में दिल्ली जाकर राष्ट्रपति और गृह मंत्री से मुलाकात की। इन पीड़ितों में कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने अपने हाथ, पैर, या आंखें खो दीं। मुख्यमंत्री ने इन निर्दोष लोगों की दुर्दशा पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि नक्सलियों द्वारा की जा रही हिंसा निर्दोष आदिवासियों के जीवन को तबाह कर रही है।
फोटो सेशन और अधिकारियों की उपस्थिति
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ फोटो सेशन भी कराया और उनके समर्पण और योगदान की सराहना की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम अटामी, पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा, बस्तर आईजी श्री सुंदर राज पी, कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव और जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत रमेश नंदनवार सहित कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
बस्तर में शांति की दिशा में सकारात्मक कदम
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि बस्तर अब शांति की दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसके लिए सरकार और सुरक्षा बलों का प्रयास सराहनीय है। पुनर्वास नीति और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों से इस दिशा में और मजबूती आएगी।