उत्तर बस्तर कांकेर - राज्य शासन के निर्देशानुसार, जिला प्रशासन ने दुर्गूकोंदल विकासखंड के ग्राम पंचायत लोहत्तर में आज जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए और उन्होंने अपनी समस्याओं तथा मांगों से प्रशासन को अवगत कराया। शिविर में कुल 164 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 160 मांगों और 04 शिकायतों से संबंधित थे।
इन आवेदनों में सबसे अधिक 58 आवेदन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, 23 वन विभाग, 22 राजस्व विभाग, 13 लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और 10 विद्युत विभाग से संबंधित थे।
कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन सुदूर अंचल के गांवों के विकास के प्रति प्रतिबद्ध है और इसी उद्देश्य के लिए नियमित रूप से जनसमस्या निवारण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि दुर्गूकोंदल क्षेत्र में 55 स्थानों का चिन्हांकन किया गया है, जहां निकट भविष्य में पुल-पुलियों का निर्माण किया जाएगा और इसके लिए राज्य शासन से 250 करोड़ रुपये के बजट की मांग की गई है।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत घरों के निर्माण के लिए पहली किश्त की राशि जारी कर दी गई है, जिसका उपयोग हितग्राहियों को आवास निर्माण के लिए करना है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने "एक पेड़ मां के नाम" के तहत पौधे लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया।
इस दौरान, जनपद पंचायत दुगूकांदल की अध्यक्ष श्रीमती सन्तो दुग्गा ने क्षेत्र के विकास के लिए बजट प्रावधान करने की मांग की और ग्रामीणों से शिविर का लाभ उठाने की अपील की।
शिविर में राजस्व विभाग की ओर से छह किसानों को किसान किताब वितरित की गई और स्वास्थ्य विभाग ने 86 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें नि:शुल्क दवाइयां प्रदान कीं। पशु चिकित्सा विभाग ने गांव के 1,636 मवेशियों का एफएमडी टीकाकरण किया, साथ ही 524 सांड का बंध्याकरण किया और 220 मवेशियों को निशुल्क दवा वितरित की।
कलेक्टर ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और महिला एवं बाल विकास द्वारा तैयार किए गए व्यंजनों का स्वाद चखा। इस मौके पर जनपद सदस्य श्री धनीराम ध्रव सहित अन्य ग्राम प्रतिनिधि भी मौजूद थे।