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धमतरी में कन्हारपुरी का अमृत सरोवर: जल संकट के समाधान की नई उम्मीद umiid Aajtak24 News |
धमतरी- धमतरी,जल और जंगल के अंधाधुंध दोहन के कारण धरती के पानी के स्तर में गिरावट आ रही है, जिससे शहरों में जल संकट गहरा हो गया है। इस चुनौती का सामना करते हुए कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने जल और पर्यावरण संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, जिनमें अमृत सरोवरों का निर्माण शामिल है।
धमतरी जिले के चार विकासखंडों में कुल 119 अमृत सरोवर बनाए गए हैं। इनमें कन्हारपुरी का अमृत सरोवर प्रदेश का सबसे बड़ा सरोवर है, जिसने न केवल स्थानीय किसानों के लिए सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई है, बल्कि ग्रामीणों को निस्तारी की समस्या से भी मुक्त किया है। इस तालाब की खासियत यह है कि इसकी निर्माण लागत से अधिक आय पंचायत को हुई है, जो संसाधनों के बेहतर उपयोग का परिणाम है।
कन्हारपुरी में रेलवे द्वारा ब्रॉडगेज काम के लिए मिट्टी निकालने का समझौता किया गया, जिसके तहत रेलवे विभाग 12 लाख रुपए पंचायत को देगा। इस राशि का उपयोग गांव के विकास के लिए किया जाएगा। मुरा तालाब का कुल क्षेत्रफल 09 एकड़ है, और इसके गहरीकरण के बाद इसकी जलधारण क्षमता 32,400 घनमीटर से बढ़कर 57,800 घनमीटर हो गई है।
जल जागर महोत्सव 5-6 अक्टूबर को
उपरोक्त प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए, 5 और 6 अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल में वृहद जल जागर महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में 108 अमृत सरोवरों के जल से रूद्राभिषेक, हाफ मैराथन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, नवरात्रि मेला, और रंगोली प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। कलेक्टर सुश्री गांधी ने सभी से इस महोत्सव में भाग लेने और जल संरक्षण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की है।
इस महोत्सव का उद्देश्य जल संरक्षण की आवश्यकता को उजागर करना और समुदाय में जागरूकता फैलाना है।