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जिले के टीकरी कला में दो तीन जगह गलत तरीके से तैयार किया जा रहा खोवा khowa Aajtak24 News |
भिण्ड - कलेक्टर के द्वारा मिलावट खोर एवं गलत तरीके से खाद्यान सामग्री बनाने बालो पर तावड़ तोड़ कार्यवाई की जा रही है मगर टिकरी कला के पुरा पर गलत तरीके से दो तीन जगह खोवा बनाया जा रहा है मगर इन लोगो पर कार्रवाई क्यों नही की जा रही ? इसी तरह जिले में कई जगह गलत तरीके से खोया को बनाया जा रहा है दूध की क्रीम को निकालकर मावे को तैयार किया जा रहा है ऐसा ही मामला टीकरी कला का सामने आया है जानकारी मिली अनुसार मेहगांव तहसील के ग्राम टीकरी कला के पुरा में गब्बर सिंह एवं गजराज के द्वारा दूध से क्रीम निकालकर खोया को तैयार किया जा रहा है जिस दूध से मावा तैयार हो रहा है उसकी क्रीम पहले ही निकाल ली जाती है उसके बाद खोवा को तैयार किया जाता है अगर टीकरी कला के पुरा पर जांच की जाए तो तीन चार जगह मिल सकता है गड़बड़ झाला यहां पर तीन चार जगह मावा की भट्टी चलती है। इनके द्वारा आगामी त्यौहार को देखते हुए मावे में मिलावटी का कारनामा शुरू हो गया हे सूत्रो ने बताया खोवा बनाने बाली भट्टियों का लहसंश भी होना चाहिए मगर इनके पास खोवा की भट्टी चलाने का कोई लहसंश नही है पूरी अवैध तरीके से भट्टियों को चलाया जा रहा है वैसे तो खाद्य सुरक्षा टीम द्वारा कई जगह दविश देकर नमूने लिए जा रहे हैं एवं ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की जा रही है मगर सोचने की बात है इधर खाद्य विभाग की टीम की नजर क्यों नही पड़ती ? जब वहां पर मावा की रेट ली गई तो बताया गया कि 240 रुपए किलो खोवा की रेत है दूध का रेट 45 रुपए से लेकर 70 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बताई गई। सोचने की बात हे जब दूध की रेट 70 रुपए हे तो 240 रुपए किलो इतनी कम रेत का खोवा को केसे बेचा जा सकता है जबकि 70 रुपए के इसाव से 280 रुपए का दूध ही हो रहा है फिर 240 रुपए में खोवा केसे बेचा जा सकता है ? इस लिए साफ तौर पर नजर आता है की खोवा में कितना गड़बड़ झाला है खोवा तैयार कर रहे व्यक्ति ने बताया की मावा शुद्ध रूप से बनाते हैं लेकिन पास में ही रखी दूध की क्रीम से साबित हो रहा है कि मावा कैसे शुद्ध बनाया जा रहा है।