खेलों के माध्यम से अस्पृश्यता का निवारण: परसदा में सद्भावना शिविर का आयोजन Ayojan Aajtak24 News |
बालोद - गुण्डरदेही विकासखंड के ग्राम परसदा में 26 सितंबर को आदिवासी विकास विभाग द्वारा आस्पृश्यता निवारणार्थ सद्भावना शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में स्थानीय छात्र-छात्राओं, ग्रामीण महिलाओं, और पुरुषों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जो सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थीं।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, श्रीमती मेनका चन्द्राकर ने बताया कि इस शिविर में रंगोली, मटका फोड़, रस्सा खींच, और नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। रंगोली प्रतियोगिता में टिंकल ने पहला स्थान, सोनाक्षी ने दूसरा, और धारणा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
मटकाफोड़ प्रतियोगिता में लक्ष्मीकांत ने प्रथम, वेदलाल ने द्वितीय, और तेजराम ने तृतीय स्थान हासिल किया। महिलाओं के रस्सा खींच प्रतियोगिता में सगनी, उषा, मीना, सविता, रूपा, तीजन, और रूखमणी ने बढ़िया प्रदर्शन किया।
सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में खुशबु और साथी ने पहला पुरस्कार जीता, जबकि हमर सुग्घर छत्तीसगढ़ और चंदा चमके चमचम ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया। एकल नृत्य प्रतियोगिता में नरगिश साहू ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनादेवी देशलहरा ने 28 वरिष्ठ नागरिकों और उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया। इस आयोजन का समापन सभी ग्रामीणों के लिए सामूहिक भोज के साथ किया गया, जिसमें सरपंच श्री कुलदीप साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
इस शिविर ने अस्पृश्यता के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने के साथ-साथ सामाजिक एकता को भी बढ़ावा दिया।