गायत्री शक्तिपीठ पर निशुल्क श्राद्ध तर्पण जलांजलि कार्यक्रम 2 तक tak Aajtak24 News |
गुना - सनातन धर्म में पितरों का स्मरण, तर्पण एवं पिंड दान एवं जलांजली, वैदिक मंत्रों से सामूहिक रुप से स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ गुना में 17 सितंबर से प्रतिदिन सुबह 8:00 से 9:30 तक किया जा रहा है जो,2 अक्टूबर तक प्रातः सर्व पितृ अमावस्या पर संपन्न होगा,पित्र तर्पण हिंदू धर्म में पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की शांति के लिए की जाने वाली एक प्रमुख धार्मिक क्रिया है। यह पितृ पक्ष में किया जाता है, जो भाद्रपद मास की पूर्णिमा से शुरू होकर आश्विन अमावस्या तक चलता है। इस दौरान व्यक्ति अपने पितरों को जल अर्पित करता है, उन्हें आभार प्रकट करता है और उनकी आत्मा की मुक्ति की कामना करता है। पितृ तर्पण विशेष रूप से श्राद्ध, जलांजलि और पिंडदान के रूप में किया जाता है, जिसमें जल और तिल का दान महत्वपूर्ण होता है। माना जाता है कि इस क्रिया से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर परिवार को आशीर्वाद देते हैं। वेदों और पुराणों में इसका उल्लेख करते हुए कहा गया है। अनेक तीर्थ स्थलों जैसे गया, हरिद्वार और वाराणसी में श्रद्धालु पितृ तर्पण करने पहुंचते हैं।इस धार्मिक अनुष्ठान से व्यक्ति अपने पितरों की कृपा प्राप्त करता है और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।