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बलपूर्वक मकान पर कब्जा करने आने से एफ.आई.आर. दर्ज darj Aajtak24 News |
खंडवा - मसूद जावेद पिता शेख मकसूद ने बताया कि मेरे पिता शेख मकसूद के नाम से परदेशीपुरा बाड़े में स्थित एक मकान 1897 वर्ग फुट पर बना है, जिसमें पांच भाई, तीन बहनों का हिस्सा हैं। परंतु इन सभी को छोड़कर सबसे छोटी बहन नुसरत मेहजबी पति साजिद अली ने प्राचार्य मोहम्मद अबरार, सैमुन बी, इफ्तिखार उर्फ अत्तन, मतीन अहमद उर्फ मुन्ना इन सब के झूठे शपथ पत्र और सहमति के आधार पर शेख मकसूद की एकमात्र पुत्री नुसरत वारिस है का शपथ पत्र के आधार पर नजूल में उक्त मकान अपने नाम दर्ज करा लिया जिसकी आपत्ति रजिस्ट्री ऑफिस में सशुल्क आवेदन दिनांक 10/10/22 को लगाने के बावजूद दिनांक 01/12/22 को रजिस्ट्री करा ली जबकि दिनांक 11/10/22 को दैनिक भास्कर में जाहीर सूचना प्रकाशन भी कराया था, इस षड्यंत्र में झूठा शपथ पत्र, झूठा जांच प्रतिवेदन बनाया गया और झूठा पंचनामा जिसमें उपरोक्त षड्यंत्रकर्ता के नाम से ही पंचनामा भी तैयार कर झूठा फौती नामांतरण आवेदन के आधार पर अपने नाम दर्ज करा लिया। जिसका सिविल न्यायालय में केस भी चल रहा है ( पूर्व में मृदुल शुक्ला अधिवक्ता थे वर्तमान में आनंद गुप्ता अधिवक्ता है ) इसके बावजूद भी मकान पर कब्जा लेने के लिए साजिद अली, नुसरत, बिलाल, मेहराज, रिजवान उर्फ राजू, फैजान, और उवेश उक्त समस्त व्यक्तियों के द्वारा पुश्तैनी मकान पर कब्जा करने के लिए बल का प्रयोग कर दिनांक 31/05/24 दिनांक 02/06/24 दिनांक 18/06/24 इस तरह कब्जा करने तीन बार आए जिसकी शिकायती आवेदन उक्त दिनांक में मोघट थाने में दिया गया इसके पूर्व 11/10/23 को भी पुलिस अधीक्षक खंडवा को आवेदन दिया। दिनांक 09/06/24 को पूनः पुलिस अधीक्षक खंडवा को आवेदन दिया हमारे द्वारा नुसरत और साजिद को कई बार समझाया कि, जब तक कोर्ट का निर्णय नहीं आता आप लोग हमें अनावश्यक रूप से परेशान मत करो नहीं मानने पर इन लोगों के खिलाफ मेरे द्वारा थाना मोघट पर अपराध पंजीबद्ध दिनांक 21/06/24 को कराया गया। मसूद जावेद ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि बी.एन.एस. के नए कानून के अंतर्गत संपूर्ण प्रकरण की जांच हो जाए तो इन षड्यंत्रकारी के साथ प्रशासन के कई कर्मचारी/अधिकारी भी आरोप के घेरे में आएंगे।