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प्रदुषण फैलाने वाले उद्योगों का हो रहा विस्तार लेकिन जनसुनवाई का होगा जमकर विरोध virodh Aajtak24 News |
रायगढ़ - जिले के गेरवानी सराईपाली में स्थित वृहद प्लांट मेसर्स रायगढ़ इस्पात एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड ने जिस तरह अपने स्थापना के समय झूठा ईआईए रिपोर्ट पेश किया था ठीक उसी तरह इसबार भी अपनी ताकत का प्रयोग कर ईआईए रिपोर्ट तैयार की गई है इसी के आधार पर एकबार फिर अपने कंपनी का विस्तार करने जा रहा है। बता दें कि 26 जून 2024 को रायगढ़ इस्पात देलारी और 27 जून 2024 को रायगढ़ इस्पात शिवपुरी की स्थापना की जनसुनवाई होनी है। बताया जा रहा है कि होने वाली जनसुनवाई का क्षेत्रवासी जमकर विरोध करने के लिए तैयार है। बता दे उद्योग की जनसुनवाई का विरोध इसलिए भी हो रहा है क्योंकि जब रायगढ़ इस्पात एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन ने अपना प्लांट लगाने के समय प्रभावित गांवों और स्थानीय लोगों को नौकरी देने का वायदा किया था इसके अलावा क्षेत्र का विकास करने की बाते कही गई थी, लेकिन उद्योग लगने के बाद उद्योगों द्वारा ग्रामीणों से किए गए वायदे भी भूल गए है इसलिए इसका विरोध होना जरूरी हो गया है। जिले में उद्योगों से निकलने वाला काला धुआं लोगों के स्वास्थ्य के साथ खेल रहा है जिस कारण उद्योग क्षेत्र के आस पास गांवों में कई प्रकार के रोग से लोग पीड़ित हो रहे है लेकिन उद्योगो को इसके कुछ लेना देना नहीं है उद्योगों की जन सुनवाई ने सही EIA रिपोर्ट का बड़ा महत्व होता है। लेकिन उद्योगों की पहुंच लंबी होती है ऐसे में EIA रिपोर्ट भी किसी तरीके से तैयारी कर ली गई है EIA रिपोर्ट कितनी सही है इसपर कई सवाल खड़े हो रहे है। उद्योग की मनमानी से ग्राम देलारी व शिवपुरी समेत आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांव के लोग भयंकर प्रदूषण से खस्ता हाल है इसके अलावा वहां गांव के लोगों को रोजगार भी उपलब्ध नही हो पा रहा है उद्योगों की जनसुनवाई को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखी जा रही है लोगों का मानना है कि बढ़ते उद्योगों के कारण ही अब जिले में शुद्ध हवा नही मिल रही है जिले का हर नागरिक उद्योगों से निकलने वाले काले धुआं से परेशान हैं। धड़ाधड़ बढ़ते उद्योगों के कारण ही हर वर्ष गर्मी में जिले का तापमान भी बढ़ रहा है यह विचार का विषय है।