ग्राम पंचायत गढ़ में पानी की कमी से जनता तरस रही, सरकारी व्यवस्थाओं में दिखाई जा रही लापरवाही laparwahi Aajtak24 News |
रीवा - ग्राम पंचायत गढ़ जनपद पंचायत गंगेव जिला रीवा बूंद बूंद पानी को तरस रहा है यह ग्राम पंचायत रीवा जिले की राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से लगी हुई है यह सैकड़ों वर्ष पुरानी बाजरो गांव है यहां पर थाना आयुर्वेद औषधालय पशु औषधालय शासकीय कन्या बालक हाई स्कूल हायर सेकेंडरी स्थित है साथ ही बसों से यात्रा करने के लिए सैकड़ो किलोमीटर दूर से आकर उतरकर अपने घर के लिए लोग जाते हैं आवश्यक कार्य हेतु लगभग 5 किलोमीटर चारों तरफ से बुधवार रविवार बाजार कार्य से आते हैं 30-35 वर्ष से गढ़ में नल जल योजना लागू है यहां पुराने दो दो बोर एक पानी की टंकी 3500 वर्ष से निर्मित है दुर्भाग्य यह है कि इस पंचायत में अधिकांशतय है हैंडपंप में पीने योग्य पानी नहीं है कूप सुख गए हैं पूर्ववर्ती और वर्तमान सरपंच केवल अभिलेखों में पेयजल पूर्ति कर रहे हैं जबकि विधायक और सांसद मत से टैंकर भी मिले हुए हैं किंतु इनका उपयोग व्यावसायिक और भवन कार्य में किया जा रहा है गढ़ में हजारों की संख्या में बाजार के बस्ती में अधिकांशतक कूप सूख गए हैं और पेयजल योजना बंद है जल जीवन मिशन के अंतर्गत नई व्यवस्था भी सुचारू रूप से नहीं चल रही है जबकि जल जीवन मिशन के तरफ से आधा दर्जन बोर कराये जा चुके हैं किंतु पानी की सप्लाई व्यवस्था न होने के कारण दर्जनों लोग टुल्लू पंप से लगाकर पानी खींच लेते हैं और 7800 लोग पानी के लिए तड़प रहे हैं किंतु ना ही इस तरफ जल जीवन मिशन व्यवस्था कर रही है और न ही ग्राम पंचायत गढ़ के सरपंच और ऐसे कार्यों से अपने को दूर रखे हुए हैं लोगो द्वारा केवल 181 और अन्य अधिकारियों को फोन के माध्यम से शिकायतें की जा रही है वर्तमान मनगवा विधायक इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति अपनी व्यवस्था हेतु निरंतर प्रयासरत है किंतु पानी की व्यवस्था नहीं बन पा रही है ऐसी स्थिति पर लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं इस तरफ सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य पेय जल व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दे रहे इस बाजार में आज तक सार्वजनिक कोई प्याऊ की भी व्यवस्था नहीं की गई दो-तीन टैंकर पंचायत को प्राप्त हुए किंतु वह टैंकर कहां गए यह भी पता नहीं है भारत सरकार और राज्य सरकार पानी की व्यवस्था हेतु निरंतर आदेश जारी कर रहे हैं पर यह आदेश धरातल पर नहीं दिख रहा लोगों का विश्वास ऐसी व्यवस्थाओं से उठता जा रहा है ग्राम पंचायत गढ़ में अधिकांश हैंड पंप बंद हो गए हैं बस्ती के बीच में निर्मित तालाब कचरे और मेडिकल के कचरे से पट चुका है यदि इस तालाब में पानी रहता है तो बाजार के आधी आबादी कूपों का जलस्तर ऊपर हो जाता है किन्तु तालाब के सूख जाने से कूप का जल स्तर नीचे जाने के कारण मतमैला पानी पीने के लिए ग्रामीण जन बाध्य हो रहे है इस ओर ग्राम पंचायत के लोगों ने समाचार पत्र और आवेदन से संभागीय आयुक्त जिला कलेक्टर जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित कराया है।