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देहात थाना पुलिस ने 18 महीना पुराना हत्या का किया खुलासा khulasha Aajtak24 News |
भिण्ड - 24.जनवरी 2023 को ग्राम उदेत पुरा में की गई 14 वर्षीय नावालिक बच्ची की हत्या का देहात थाना ने 18 महीना पहले मडर केश का किया खुलासा 24 जनवरी 2023 को फरियादी कैलाशचन्द्र बघेल ने देहात थाना पर रिपोर्ट कि थी मैं अपने खेत पर पानी देने के लिए लेजम विछा रहा था,तभी अशोक सिंह भदौरिया के सरसों वाले खेत से जोर जोर की चिल्लाने की आवाज आई. कि कैलाश इधर आ जाओ, मैं दौड़ कर अशोक सिंह के खेत पर गया जहां सरसों में कई लोग थे, सरसों के खेत में मेरी भतीजी सीता मरी पड़ी मिली, उसके गले में उसके दुपट्टा से फांसी लगी थी, दुपट्टा गले में बंधा था जिसका अपराध कं0 40/2023 धारा 302, 201 भादवि के तहत देहात थाना पर पंजीबद्ध किया गया था घटना की गम्भीरता को देखते हुए भिण्ड पुलिस अधीक्षक डॉ.असित यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया एवं नगर पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार ने स्वयं देहात थाना प्रभारी मुकेश शाक्य के साथ अज्ञात आरोपीगणों की तलाश की जिस पर मुखबिर तंत्र के जरिये 14 जून .24 को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर, आरोपी के कब्जे से मृतिका बघेल का स्कूल का आईडी कार्ड जप्त किया गया मृतिका की एफएसएल रिपोर्ट में मानव शुकाणु पाये जाने से प्रकरण में धारा 376 भादवि 3/4 पाक्सो इजाफा की गयी भिण्ड पुलिस द्वारा डेढ वर्ष बाद शातिर दोनों आरोपीगणों को गिरफ्तार किया गया जिसमे एक आरोपी ग्राम कोहार मेहगांव का था दूसरे आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि मेरे गांव कोहार की रहने वाली एक महिला ने ग्राम भुजपुरा रोड स्थित भारत गैस ऐजेंसी के पास में चार पांच साल पहले प्लाट ले लिया था जहां पर उसने अपना मकान बना लिया था मैं अक्सर उस महिला के यहां पर आता जाता रहता था। वहीं पर आते जाते मेरी दोस्ती ग्राम उदोतपुरा की रहने वाली सीता बघेल से हो गयी थी। मैं सीता बघेल से प्यार करता था। हम लोग अक्सर अकेले में मिलते थे हम दोनों के बीच सहमति से संबंध भी बने थे। मैं जब भिण्ड से बाहर मजदूरी करने जाता था तो निशानी के तौर पर मैंने बघेल का स्कूल का आई कार्ड अपने पास ले रखा था बार-बार सीता बघेल के गांव में आने जाने से मेरी दोस्ती ग्राम उदोतपुरा के रहने वाले एक व्यक्ति से हो गई थी वो ही मुझे अक्सर सीता बघेल के बारे में जानकारी देता था। एक दिन मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि सीता बघेल गांव के अन्य लडकों के साथ भी दोस्ती किये हुए है और वह उन लोगों के साथ घूमने फिरने भी जाती है। इस बात पर मुझे काफी गुस्सा आया और मैंने सीता बघेल को जान से मारने की योजना बनाई। इसी योजना के तहत दिनांक 24.01.23 को मैंने अपने दोस्त के जरिये सीता बघेल को गांव के बाहर सरसों के खेत में मिलने के लिये बुलाया। दोपहर करीब एक-डेढ बजे सीता बघेल लेट्रिन करने के बहाने से सरसों के खेत पर आई और मैंने अपने दोस्त से कहा कि तुम जरा नजर रखना हम लोग खेत में अंदर जा रहे है इसके वाद मेने सीता बघेल के साथ दुष्कर्म किया कुछ देर वाद मेरा दोस्त भी वहीं पर आ गया उसने मुझसे कहा मुझे भी गलत काम करना है लेकिन सीता बघेल ने मना किया तो मेरे दोस्त ने निरोध लगाकर जबरजस्ती गलत काम किया उसके वाद सीता जोर-जोर से रोने लगी और कहने लगी कि मैं घर पर सारी बात बता दूंगी तो हम दोनों डर गये फिर मैंने उसका मुंह दबाया और मेरे दोस्त ने उसके पैर पकडे फिर सीता के दुप्पट्टे से ही मैंने सीता बघेल का गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के वाद हम दोनों वहां से भाग गये। किसी को हम पर शक न हो इसलिये मैं अपने मित्र से काफी समय तक एक दूसरे से नहीं मिले और ना ही मैं अपने गांव की रहने वाली महिला जो भुजपुरा में रहती है उसके घर गया। सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी देहात निरी० मुकेश शाक्य, उनि विजय शिवहरे, उनि नागेश शर्मा, उनि रविन्द्र मांझी, सउनि अब्दुल शमीम, प्रआर सोनेन्द्र सिंह, अजय भदौरिया ,गुरुदास सोही, धीरेन्द्र भदौरिया, हरवीर गुर्जर, दिनेश अवस्थी, आरक्षक बृजनन्दन सिकरवार, रवि यादव, सन्दीप राजावत, सुभाष तोमर, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, विष्णु तोमर, भूपेन्द्र राजावत, अनिल जाट, अतुल पाण्डेय, देवेन्द्र शर्मा, बृजेश लाखरे, दीपक जादौन, महेन्द्र यादव, आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।