किसी भी स्थान पर पेयजल संकट की स्थिति निर्मित न हो मवेशी के लिए पर्याप्ता पेयजल के प्रबंध रहें rahe Aajtak24 News



किसी भी स्थान पर पेयजल संकट की स्थिति निर्मित न हो मवेशी के लिए पर्याप्ता पेयजल के प्रबंध रहें rahe Aajtak24 News 

राजगढ़़ - कलेक्‍टर श्री हर्ष दीक्षित ने ग्रीष्‍म काल के दौरान जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की पर्याप्‍त आपूर्ति सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्‍होंने कहा है कि किसी भी स्‍थान पर पेयजल संकट की स्थिति निर्मित न हो। जिन स्‍थानों पर कुआं जैसे जल स्‍त्रोतों से पेयजल लिया जा रहा है उनके जल कासमय-समय पर शुद्धिकरण किया जाए। जल निगम एवं पीएचई के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें की कहीं भी दूषित पानी का पेजयल के रूप में उपयोग न किया जाए। आगामी महिनों में गर्मी की तीव्रता के दृष्टिगत जल स्‍त्रोंतो में पानी सरंक्षित रखा जाए। मवेशी के लिए पर्याप्‍त पेयजल उपलब्‍ध रहे, इस बात का भी ध्‍यान रखा जाए। सोमवार को आयोजित समयावधि अंकित पत्रों की समीक्षा बैठक में उन्‍होंने कहा कि कहीं भी नदियों से मोटर लगाकर सिंचाई के लिए पानी नहीं खींचने दिया जाए। यदि कोई व्यक्ति सिंचाई के लिए मोटर लगाकर नदियों के पानी को कम कर रहा है तो उसकी मोटर जप्‍त कर पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जाए। जिले में छोटे तालाबों में भी पानी स‍रंक्षित रखा जाए। कलेक्‍टर ने बताया कि जिले में 68 गांव पेयजल की दृष्टि से समस्‍या मूलक के रूप में चिन्हित किए गए हैं। इन गांवों में पेयजल की उपलब्‍धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी सचेत रहें। पेयजल संकट की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को समय-समय पर मिलती रहे। इसके लिए सूचना तंत्र भी मजबूत रहे। पेयजल उपलब्‍ध कराने से संबंधित अमला पूरे ग्रीष्‍म काल के दौरान पर्याप्‍त पेयजल आपूर्ति के लिए सक्रिय रहे।

समर्थन मूल्‍य पर उपार्जन की व्‍यवस्‍था पुख्‍ता रहे

बैठक में कलेक्‍टर ने कहा कि समर्थन मूल्‍य पर गेहूं , चना , मसूर एवं सरसों के उपार्जन के इंतजाम पुख्‍ता रहें। अनाज की तौल एवं भंडारण में किसानों को दिक्‍कत न आए। निरीक्षणकर्ता अधिकारी सतत खरीदी केन्‍द्रों का निरीक्षण करें। यह भी देखा जाए की किसान के पंजीयन के नाम पर व्‍यापारी अनाज न बेच पाए। यदि किसी स्‍थान पर ऐसी स्थिति पाई जाती है तो संबंधित किसान के पास उपलब्‍ध अनाज का पटवारी से सत्‍यापन कराया जाए। खरीदी केन्‍द्रों पर पॉलिथिन शीट भी मौजूद रहे। ताकि मौसम खराब होने पर उनका उपयोग किया जा सके।

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