न्यायालय में 50 व 100 रुपये के नॉन ज्युडिशीयल स्टाम्प के लिए भटक रहे वकील और नागरिक nagrik Aaj Tak 24 News |
छिंदवाड़ा - शासन द्वारा ऑनलाइन स्टांप की खरीदी बिक्री करवाया जा रहा है वहीं लंबे समय से कार्य कर रहे स्टांप वेंडर जो स्टैंप और टिकट का व्यवसाय करते हैं न्यायालय में जुडिशल और नॉन ज्यूडिशियल स्टांप की आवश्यकता होती है जिला न्यायालय छिंदवाड़ा में विगत तीन माह से 5 की टिकट और स्टांप 50 एवं 100 के ट्रेजरी से ही स्टांप वेंडर को नहीं दिया जा रहा है ट्रेजरी खजाना से स्टांप ही उपलब्ध नहीं कराया जा रहे हैं और वकील एवं नागरिकों को 50 एवं 100 के स्टांप की आवश्यकता अधिकांश कार्यों में करना पड़ता है। वह न्यायालय परिसर में किसी भी लाइसेंसी स्टांप वेंडर के पास उपलब्ध नहीं है जिसके कारण नागरिकों एवं वकीलों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है जिस प्रकार शासन ने 50 और 100 के स्टांप की ऑनलाइन खरीदी बिक्री करके रखा है। उसी प्रकार 2, 5, 10 व 20 की कोर्ट टिकट की बिक्री भी ऑनलाइन कर दिया जाना चाहिए शासन की मंशा यह होना चाहिए कि सभी के साथ समानता का व्यवहार करें ऐसा हो रहा है कि बड़ों को भोजन और छोटों को नाश्ता भी नसीब नहीं कहावत चरितार्थ हो रही है 50, 100 के स्टांप की ऑनलाइन खरीदी के साथ ही 25, 10, 20 की टिकट भी ऑनलाइन आसानी से आम नागरिकों को और वकीलों को उपलब्ध होना चाहिए और जिला न्यायालय परिसर में बैठे स्टांप वेंडर के पास भी 50 और 100 के स्टांप की कमी नहीं होना चाहिए क्योंकि न्यायालय परिसर में ऑनलाइन स्टांप खरीदी बिक्री केंद्र नहीं है। छिंदवाड़ा न्यायालय परिसर के सभी तहसीलों में न्यायालय परिसरों में सभी जगह ऑफलाइन की व्यवस्था है ऑनलाइन खरीदी केंद्र नहीं है वकीलों को एवं नागरिकों को स्टांप खरीदने के लिए बाहर जाना होता है आर्थिक नुक्सान भी उठाना पड़ रहा है हमारे संवाददाता ने ग्राउंड जीरो रिपोर्ट तैयार किया जिस पर वकीलों से एवं स्टांप वेंडर से हो रही असुविधा के विषय में जाना है।