भगवान श्रीराम की अद्भुत बाल लीलाएं बाल लीला का बखान भक्त हुए भाव विभोर vibhor Aaj Tak 24 news

  

भगवान श्रीराम की अद्भुत बाल लीलाएं बाल लीला का बखान भक्त हुए भाव विभोर vibhor Aaj Tak 24 news 

दमोह - मागंज वार्ड नं पांच में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा  कथावाचक किशोरी वैष्णवी गर्ग ने भगवान श्रीराम के बाल लीला का वर्णन किया। इस दौरान भक्त भाव विभोर हो गए। यह बात तो हर सनातनधर्मी मानता है कि श्री राम भगवान श्री विष्णु के अवतार हैं. उन्होंने रावण और अन्य राक्षसों से धर्म की रक्षा के लिए मानव अवतार लिया था। मानव के रूप में उन्होंने आजीवन मानव जीवन के सभी सुख-दुःख एक सामान्य मानव की तरह भोगे, भले ही वे लीला स्वरूप में हों. उनके जीवन की लगभग सभी घटनाओं के विषय में व्यापक रूप से जानकारी उपलब्ध है, लेकिन उनकी बाल लीलाओं के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। गरुण के साथ उनकी बाल लीलाओं और क्रीड़ाओं का रामचरित मानस में बहुत सुंदर वर्णन है. उनकी इन लीलाओं में दिव्यता के भी दर्शन होते हैं। सूरदास ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का इतना सजीव चित्रण किया है कि सदियों बाद भी उनकी सरसता वैसी ही बनी हुयी है. संत तुलसीदास ने भी श्री राम की कुछ बाल लीलाओं का वर्णन किया है। उनका पद “ *ठुमुक चलत रामचंद्र बाजत पैजनियाँ”* तो बहुत लोकप्रिय है. लेकिन बाल रूप में श्रीराम की ऐसी बहुत बाल लीलाएं हैं, जिनके बारे में लोग कम ही जानते हैं। आइये, हम श्रीराम की कुछ अल्पज्ञात बाल लीलाओं का आनंद लेते हैं। किशोरी जी ने बताया कि एक बार माता कौशल्या ने श्रीराम को स्नान और श्रृंगार करा कर झूला पर सुला दिया और स्वयं स्नान कर अपने कुलदेव की पूजा कर नैवेद्य भोग लगाकर पाक गृह गई। जब वह पुन: लौट कर पूजा स्थल पर आई तो उन्होंने देखा कि देवता को चढ़ाए गए नैवेद्य शिशुरूपी भगवान राम भोजन कर रहे हैं। जब उन्होंने झूला पर जाकर देखा तो वहां भी उन्होंने श्री राम को झूले पर सोते पाया।इस तरह पूजा स्थल और झूला के पास उन्होंने कई चक्कर लगाया और दोनों जगह पर उन्होंने श्रीराम को पाया। इस दृश्य को देखकर कौशल्या डर गई और कांपने लगी। माता की अवस्था देख श्री राम ने माता को अपना रूप दिखाकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया। भगवान का विराट रूप देखकर कौशल्या माता प्रफुल्लित हो उन के चरणों पर गिर पड़ी। इस दौरान गायक खेमचंद्र अठया मंडली द्वारा भजन सुना कर श्रद्धालुओं का मन मोह रहे थे। इस मौके पर  राजकुमार पाठक,,,, राघवेंद्र ठाकुर,,,सौरव रैकवार चेतन सिंह,, संजू पेंटर,,, मोहन अठ्या ,,, पिंकू यादव,,,शिवा,,,यादव,,,रिंकू यादव निशांत तिवारी,,, पहलाद पटेल,, मनीष रैकवार,, प्रेमनारायण पटेल,, अमर चौबे अन्य श्रोतागण मौजूद रहे।

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