![]() |
मॉडल रोड के निर्माण में मापदण्डों की अनदेखी मेरी मर्जी की तर्ज पर मॉडल रोड का निर्माण ठेकेदार की मनमानी ki manmani Aaj Tak 24 news |
शहडोल - दो करोड, दो लाख रुपये की लागत से संभागीय मुख्यालय में बनने वाली मॉडल रोड़ का निर्माण कार्य मेरी मर्जी की तर्ज पर ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। इस सड़क में मापदण्डों का पालन रत्ती मात्र भी नहीं किया जा रहा है। नगर पालिका शहडोल के आधीन स्थानीय बस स्टैण्ड से धर्म कांटा तक बनने वाली सड़क की चौड़ाई (रीवा होटल के समीप एक ब्लैक लिस्टेड हो चुके ठेकेदार को उपकृत किये जाने कि मंशा से खेल खेला जा रहा है नगर पालिका के उपयंत्री शरद द्विवेदी स्वजातीय संबंध निभाने के मकसद से निर्माण कार्य अंजाम दिलवा रहे है काम कैसे हो रहा है उसे देखना भी गवारा नही समझ रहे हैं जबकि स्टीमेट में यह साफ तौर पर स्पष्ट है कि मॉडल, रोड़ सड़क के दोनों किनारों से पांच-पांच मीटर चौड़ी करके उसके मध्य में डिवाइडर बनाया जाये ताकि आने वाले समय में मॉडल रोड़ की खूब सूरती पर चार चांद लग सके।लेकिन वाह रे ! जिम्मेदार प्रशासनिक हुक्मरानों उनके पास तो सिर्फ यह बहाना है कि वे चुनाव कार्य में व्यस्त हैं और जनता पैरोकारों को प्रचार से फुर्सत ही नहीं कि वे इस बेशकीमती लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण कार्य का हाल तो देख लें।निर्माण में मापदण्ड दरकिनार स्थानीय बस स्टैण्ड से लल्लू सिंह चौक तक निर्माणाधीन मॉडल रोड़ के दोनों किनारों में पांच-पांच मीटर तक 50 सेमी. गहरी खुदाई करवाये जाने का उल्लेख स्टीमेंट "मे भी है लेकिन नपा के चहेते ठेकेदार ने स्टीमेट के अनुरूप दोनो ओर खुदाई ही नही करवा रहा है। इसी प्रकार 20 सेमी.जीएसबी भी होनी चाहिए जिसे मनमर्जी के अनुसार किया गया। वहीं 20 सेमी वाटर मैकड़म यानि कि 40 एम. एम. गिट्टी, डस्ट और पानी का मिश्रण कर रोलिंग की जानी चाहिये उसकी भी अनदेखी की जा रही है। मौके में देखा जाये तो 40 एमएम गिट्टी का उपयोग निर्माण कार्य में दस फीसदी के लगभग ही किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में इस मॉडल रोड़ की मजबूती और सुन्दरता आने वाले समय में क्या होगी इस बात का अंदाजा सहज रूप से लगाया जा सकता हैं।माया के मोह से बिगड़ा स्वरुप शहर की सुन्दरता में और निखार आये कुछ 'ऐसी ही भावना के साथ इस मॉडल रोड़ निर्माण कराया जा रहा है। कार्य जल्द पूर्ण हो जाये इस आपाधापी में ठेकेदार ने बस स्टैण्ड के समीप की सड़क पर बुलडोजर चलवा कर उसे अपने हाल पर छोड़ दिया लेकिन निर्माण का काम अब स्व. श्री लल्लू सिंह चौक की ओर से किया जा रहा है ऐसी स्थिति में बस स्टैंड तक नई रोड़ कब तक में बन पायेगी यह तो उपयंत्री और ठेकेदार जाने लेकिन इतना जरूर है कि बस चालकों और शहरवासिय के लिए मुसीबत से कम नही है। वहीं चर्चायें हो यह भी हैं कि इस सड़क में पूरा खेल माया के चक्कर का है जिसके कारण दण्ड सर्विसिंग के ठीक बंगल में सड़क कि चौड़ाई मापदंड के अनुरूप न करके उसका स्वरूप बिगाड़ा गया। मॉडल रोड़ की गुणवत्ता तथा चौड़ाई कम होने की बात और लोगों ने भी मुझे बताई है। मैने उपयंत्री को निर्देश दिया है कि वे पटवारी को ले जाकर सड़क के दोनों ओर की माप करवायें। रही बात गुणवत्ता की तो मेरे रहते यह मनमर्जी नहीं चलेगी ।