![]() |
रोहित इलेक्ट्रॉनिक में एंटी इवेजन ब्यूरो की रेड raid Aaj Tak 24 news |
शहडोल - एंटी इवेजन ब्यूरो ज्वाइंट कमिश्नर गणेश सिंह कंवर द्वारा लगातार जीएसटी अधिनियम की धारा 67 (2) के अंतर्गत सर्च एंड सीजर की कार्रवाई संभाग में की जा रही है। ऐसी कार्रवाई से चोरी किए गए जीएसटी टैक्स की रिकवरी जारी रही है जिसके कारण सरकार को चोरी किये गये करोड़ों रुपए का जीएसटी टैक्स मिल पा रहा है तो दूसरी तरफ जीएसटी की चोरी करने वालों में कहीं ना कहीं एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर की ईमानदार कार्रवाई से डर का माहौल भी दिख रहा है। अभी हाल ही में एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर के ज्वाइंट कमिश्नर गणेश सिंह कंवर के निर्देशन में एक साथ शहडोल और कटनी के बर्तन व्यवसाय की पांच फर्म में पांच अलग-अलग टीमों के द्वारा छापेमारी की कार्रवाई की गई थी जहां से लाखों रुपए का टैक्स चोरी का मामला पंजीबद्ध करके रिकवरी की कार्रवाई की गई है।गौरतलब है इस बार एंटी इवेजन ब्यूरो ज्वाइंट कमिश्नर की सर्च टीम ने जीएसटी पोर्टल से किए गए एनालिसिस के आधार पर शहडोल सिटी के स्टेशन रोड में स्थित रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोपराइटर गौरव मंगलानी की दुकान के साथ-साथ रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स की अतिरिक्त व्यावसायिक स्थल न्यू गांधी चौक शॉप नंबर 18 डीडी कांपलेक्स मैं छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है इस फर्म के माध्यम से मोबाइल एवं मोबाइल एसेसरीज की खरीदी बिक्री का काम किया जाता है विभाग द्वारा अपने डेटा के आधार पर किए गए एनालिसिस मैं पाया कि रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा टैक्स कम जमा करके टैक्स की चोरी की जा रही है तो दूसरी तरफ बिल जारी किए बिना माल की बिक्री की जा रही है तीसरा बिंदु नगद लेनदेन का टैक्स भुगतान बहुत कम किया जा रहा है। तीन बिंदुओं के आधार पर रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स में जॉच की जा रही है हालांकि अभी तक छापेमारी के परिणाम सामने नहीं आ सका है।रोहित इलेक्ट्रॉनिक्स में की जा रही छापेमारी के जांच दल प्रभारी अधिकारी बृजेंद्र सिंह सहायक आयुक्त स्टेट टैक्स एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर, सहयोगी अधिकारी अनूप सिंह भदोरिया स्टेट टैक्स ऑफिसर, गोपाल सिंह बरकड़े, ज्ञानचंद गुप्ता, सचिन उद्दे ,सत्य चौबे , श्रीमती जूही खटीक, स्टेट टैक्स इंस्पेक्टर योगीराज ईडपाचे, कराधान सहायक सम्मिलित हैं। गौरतलव है ग्राहकों की जीएसटी के प्रति समझ की कमी का लाभ उठाकर कई व्यवसाय जीएसटी की चोरी करके लाखों का मुनाफा कमाते हैं। जो टैक्स सरकार के खाते में जाना चाहिए उसे कई व्यवसाय अपना मुनाफा बना लेते हैं।