जावरा में महिला थाना की स्वीकृति दी जाए।
विधानसभा सत्र में जावरा विधायक डॉ पांडेय ने कई मुद्दे उठाए।
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जावरा में महिला थाना की स्वीकृति दी जाए। Jaora me mahila thana ki swikriti di jaye |
जावरा/15 सितम्बर 22/विधानसभा के मानसून सत्र में जावरा विधायक डॉ राजेंद्र पांडेय ने क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न कार्यो की स्वीकृति की मांग की है।जिसमें प्रमुख रूप से जावरा शहर में महिला पुलिस थाना की स्थापना की स्वीकृति दिए जाने की मांग है, क्योंकि जिले में एकमात्र महिला पुलिस थाना रतलाम में होने से महिला अपराध में नियंत्रण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिंस हेतु जिले के केंद्र बिन्दु जावरा में महिला पुलिस थाना की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से निवेदन किया है। विधायक डॉ पाण्डेय ने नवीन स्वीकृत बरगढ़ फंटे से भैसाना फंटे तक बाय पास रोड के मध्य ग्राम भेसाना रेल लाइन पर ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति दिए जाने का भी निवेदन किया है ।आपने स्पष्ट किया कि पूर्व से निर्मित अंडरब्रिज में बड़े वाहनों की आवाजाही में कठिनाई होती है चूंकि बाय पास मार्ग निर्माण के पश्चात् बड़े व व्यापारिक वाहनों की आवाजाही निरंतर बनी रहेगी ऐसी दशा में यहाँ ओवर ब्रिज बनाया जाना अत्यंत आवश्यक है ।डॉ पाण्डेय ने विधानसभा क्षेत्र में पर्यटक स्थलों पर जन सुविधा प्रदान करने के लिए भी विधानसभा में आवेदन किया।जिसमें प्रमुख रूप से आस्था का केंद्र व पर्यटक स्थल मनकामनेश्वर मिंडा जी (त्रिवेणी स्थल), रामदेव जी मगरा नंदावता एवं पहाड़ी माता जी सुजापुर पर्यटक स्थल को बेहतर बनाने व यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी मुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री से निवेदन किया है।
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जिले में तीन वर्षों में 15 किमी वन आवरण की वृद्धि।
जावरा/ बीते 3 वर्षो में रतलाम जिले में वन पर्यावरणीय आवरण में 15 किलोमीटर से अधिक की वृद्धि हुई है,जिससे वनोपज की भी प्राप्ति हो रही है।
उक्त आशय की जानकारी वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने जावरा विधायक डॉ राजेन्द्र पांडेय के प्रश्न के जवाब में दी।आपने आगे बताया कि रतलाम जिले को चार वन परिक्षेत्र रतलाम, बाजना,शिवगढ़ वह सैलाना में विभक्त कर परिक्षेत्र अंतर्गत 51 वन खंड होकर 48,237 हेक्टेयर का क्षेत्रफल वन खंड है। जिसमें से 43303 हेक्टेयर में भूमि का उपयोग किया जा रहा है। रिक्त भूमि चारागाह व झाड़ी वन के रूप में है।आपने आगे बताया की रतलाम वन मंडल में इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2019 व 2021 के विश्लेषण के अनुसार बीते वर्षो में रतलाम जिले के अंतर्गत 15 वर्ग किलोमीटर वन आवरण की वृद्धि हुई है ,जिससे पर्यावरणीय लाभ के अलावा स्थानीय समुदायों को रोजगार, चारा, जलाऊ व लघु वन उपज की प्राप्ति हुई है ।इसके अलावा इन क्षेत्रों में योजनागत रूप से भूमि संरक्षण व वृक्षारोपण का कार्य भी किया जा रहा है।
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