संत सिंगाजी पावर परियोजना को बीते तीन माह मे 74 करोड़ का शुद्ध घाटा
पावर परियोजना की दो इकाइयां बंद वही दो इकाइयों को क्षमता से आधे लोड पर चलाया जा रहा है
बीड (सतीश ग़म्बरे) - जिले मे आधुनिक तकनीक से स्थापित की गई संत सिंगाजी बिजली परियोजना अपने निर्माण काल से ही खराब बिजली उत्पादन के रिकार्ड बना रही है पिछले आठ वर्षो मे विधुत नियामक आयोग द्बारा निर्धारित 85% पी एल एफ को परियोजना आज तक पार नही कर सका विधुत नियामक आयोग द्बारा पूर्ण वार्षिक नियत प्रभार प्राप्त करने के लिए 85%संयत्र की उपलब्धता होना चाहिए लेकिन चालू वित्त वर्ष के बीते तीन माह मे जारी आकड़ों के अनुसार परियोजना यह लक्ष हासिल करने मे कामयाब नही हो सकी प्रथम चरण 1200 मेगावाट का संयंत्र उपयोगिता गुणांक 80.42 तो द्वितीय चरण 1320 मेगावाट का मात्र 70.57 ही रहा इस कारण समानुपातीक रूप से मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी को करीब 74 करोड़ रूपये का शुद्ध लाभ गवना पड़ा
गौरतलब है की इस लक्ष्य को अब तक हासिल नही कर पाने के पीछे अब तक किसी भी इकाई का परफारमेंस गारंटी टेस्ट अब तक नही होना बताया जा रहा है जब की इकाइयों के वाणिज्यक उत्पादन के तीन माह के भीतर ये टेस्ट पूरा करना था लेकिन अब तक नही किया गया है
वर्तमान मे परियोजना की दो इकाइयां बंद
सिंगाजी पावर परियोजना मे वर्तमान मे दो इकाइयों को वार्षिक संधारण होने के कारण बंद रखा गया है जिसका सुधार कार्य जारी है इकाई नंबर एक को 10 अगस्त वही इकाई नंबर चार को 16 अगस्त को वापस शुरू करने का प्रोग्राम बनाय़ा जा चुका है जल्द बंद पड़ी इकाइयां शुरू होकर बिजली निर्माण करेगी
वही दूसरी ओर बिजली निर्माण कर रही दो इकाइयों को अपनी पूरी क्षमता से ना चलाकर आधे लोड पर चलाया जा रहा है इस कारण भी परियोजना का लागत खर्च बढ़ता जा रहा है ॥
वर्जन
बंद हुई दोनो इकाइयों का वार्षिक संधारण का काम चल रहा है जल्द इकाइयां शुरू होकर बिजली उत्पादन करेगी । साल के अंत तक हम पी एल एफ के तय मानको को भी पूरा करेंगे ॥
आर पी पांडे ..
प्रवक्ता सिंगाजी पावर परियोजना
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