मूर्ति टस मस नहीं हुई, भक्ति भाव से विलीन होकर बाहर हुई, अति प्राचीन सोजत हनुमान मंदिर ग्राम बोरुद में
धरमपुरी (गौतम केवट) - धार जिले की तहसील क्षेत्र के ग्राम बोरूद मैं अति प्राचीन सोजत हनुमान मंदिर में वैशाख पूर्णिमा के दिन विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। पूर्णिमा के 1 दिन पहले ही रात्रि में सुंदरकांड का आयोजन किया गया। हनुमान जी का मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर हैं।
यहां की मान्यता है कि जो श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेता है उसकी मनोकामना जल्दी ही पूरी होती है। पूर्णिमा के 1 दिन पूर्व से ही गांव के लोगों के द्वारा करीबन 23 क्विंटल चूरमे का प्रसाद बनाया गया। पूर्णिमा के दिन मंदिर परिसर में सुबह से ही हनुमान जी के मंदिर में हवन पाठ किया गया।
बताया गया की कई सालों पहले मंदिर के पीछे कुए के अंदर मूर्ति थी जिसे निकालने के लिए सैकड़ों बेल गाड़ियां लगाए गई । परंतु मूर्ति टस से मस नहीं हुई। परंतु भक्ति भाव से विलीन होकर बाहर हुई। तब से ही सोजत हनुमान जी के नाम से यह मंदिर विख्यात हो गया। भंडारे में करीबन 10 से 12000 श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की विशाल भंडारे को सफल बनाने के लिए गांव के वरिष्ठ गणमान्य कालू गहलोत, नारायण चोयल, गोमा मुकाती, बाबू पटेल, गांगा हम्मड़, गोविन्द मुकाती, केलाशजी लचेटा ,जगदीश चोयल, रमेश जमादारी, भगवानजी लचेटा साथ ही युवा साथियों का बहुत सहयोग रहा। पूरी जानकारी हमारे पत्रकार साथी आकाश द्वारा दी गई ।
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