फोरलेन के मुआवजे में आ रही विसंगतियो के विरोध में प्रदर्शन, यातायात हुआ प्रभावित
एसडीएम, विधायक ने मोके पर पहुंच कर किसानों से चर्चा करके आश्वासन दिया
बडवाह (विशाल कुमरावत) - समीपस्थ ग्राम भानबरड़ में किसानों ने अपनी अधिगृहित भूमि के उचित मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार को जंगी धरना-प्रदर्शन किया। इंदौर-इच्छापुर हाईवे को फोर लेन में तब्दील करने के लिए भानबरड़ क्षेत्र की कृषि भूमि का अधिग्रहण किया गया है। धरना आंदोलन कर रहे किसानों का नेतृत्व कर रहे मोहन मलगायां ने कहा कि नेशनल हाइवे अथॉरिटी और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किसानों की अधिग्रहित भूमि का मुआवजा आकलन भेदभाव पूर्ण और अन्यायपूर्ण ढंग से किया गया है। प्रभावित किसान भेदभाव पूर्ण मुआवजा आकलन के विरुद्ध विगत 6-7 माह से एनएचए अधिकारियों को शिकायतें कर रहे हैं।किंतु अब तक शासन और एनएचए ने पीड़ित किसानों की वाजिब मांगों का निराकरण करना मुनासिब नहीं समझा है। मलगायां ने कहा कि किसानों को उनके पेड़ों,तार फेंसिंग,जलस्रोतों,
पाइप लाइन आदि का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। मुआवजे में भारी विसंगतियां व्याप्त हैं। इन विसंगतियों को दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने एनएचए के अधिकारियों पर मुआवजा आकलन में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। मलगायां ने कहा कि प्रभावित किसानों ने कई बार प्रशासन एवं एनएचआई के आधिकारियों से चर्चा की।किंतु कोई भी परिणाम नहीं निकला है। एनएचए द्वारा किए जा रहे भेदभाव से व्यथित होकर क्षेत्र के किसानों ने इंदौर- इच्छापुर हाईवे पर स्थित ग्राम भानबरड़ में विशाल धरना आंदोलन किया है। इस दौरान सैकड़ों किसान मौजूद थे। किसानों ने न्यायसंगत मुआवजे को लेकर जमकर नारेबाजी की और सभी प्रभावित किसानों को उचित तथा न्यायसंगत मुआवजा राशि देने की मांग की।
इस बीच विधायक सचिन बिरला धरना स्थल पर पहुंचे और धरना दे रहे किसानों की समस्याओं को सुना। विधायक ने कहा कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ पांच दिवस के भीतर खरगोन जिला कलेक्टर से मुलाकात करेंगे और प्रभावित किसानों के हित में उचित एवं न्यायपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। विधायक से चर्चा के बाद किसानों ने धरना आंदोलन समाप्त किया।
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