धार मे गणेश चतुर्थी को लेकर उत्साह
धार - उत्सव को लेकर जहा एक और बच्चे से लेकर नौजवान व बुर्जुग तक इस त्योहार को उत्सव के साथ जोश से भरपूर 10 दिन तक त्योहार को मनाया जाता है उसके बाद चल समारोह व झांकी के साथ अंनत चतुर्दशी के दिन विसर जन किया जाता हे! पर अगर कार्यक्रम सिर्फ नौनिहाल नन्हे मुन्ने बच्चे द्वारा आपस में साझेदारी करके खुद के बचाए हुए पॉकेट मनी को गणेश उत्सव में लगाकर गणेश उत्सव को विशेष बनाया जाए तो वह तारीफ के काबिल होता है! ऐसा ही कार्य धार के हनुमान मै विराजे श्री गणेश! सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति हनुमान चौक नोगव धार ने हरशुल्ला के साथ कई दिनों के परिश्रम और मेहनत के साथ बच्चो और उवाओ ने मिल कर श्री सालासर बालाजी सररकर का स्वरूप बनाया बच्चो ने विग्नहर्ता महादेव पुत्र का सिंगार इस प्रकार किया की मानो उनके अंदर सालासर बाबा हनुमान के जलकिया से प्रतीत होने लगी एक विशेष सिंगार की झलकियां जो नन्हे मुन्ने बच्चे द्वारा सिंगार के रूप में सुसजजी किया गया बच्चो द्वार प्रतिदिन भगवान गणेश की आरती की जाती हे उसके बाद प्रसाद भी वितरण किया जाता हे।
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