बाढ़ प्रभावितों से उनके गाँवों में पहुँचकर अधिकारी एवं क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्य करें संवाद
ग्वालियर – जिले में 46 प्रभावित गाँवों में अब तक 11 करोड़ 65 लाख रूपए की सहायता वितरित प्रदेश के जल संसाधन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि बाढ़ प्रभावितों को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हर संभव सहायता उपलब्ध कराई है। ग्वालियर जिले में भी प्रभावित 46 गाँवों में 11 करोड़ 65 लाख रूपए की सहायता 6 हजार 262 परिवारों को प्रदान की गई है। अति वर्षा के कारण जिन प्रभावितों के खेतों को नुकसान हुआ है उसके सर्वेक्षण का कार्य भी 10 दिन में पूर्ण किया जाए। प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने रविवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में बाढ़ प्रभावितों को उपलब्ध कराई गई सहायता और टीकाकरण अभियान की समीक्षा में यह बात कही। उनके साथ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्य, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी, जिला ग्रामीण अध्यक्ष श्री कौशल शर्मा, जिला पंचायत प्रशासकीय समिति के उपाध्यक्ष श्री शांतिशरण गौतम, पूर्व विधायक श्री मदन कुशवाह, श्री रामबरन सिंह गुर्जर, श्री मोहन सिंह राठौर सहित पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, सीईओ जिला पंचायत श्री किशोर कान्याल, नगर निगम के प्रभारी आयुक्त श्री आशीष तिवारी, एडीएम श्री रिंकेश वैश्य सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई गई है। क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सभी सदस्य और जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी प्रभावित गाँवों में जाकर सभी प्रभावितों से संवाद करें। संवाद के दौरान उपलब्ध कराई गई सहायता की जानकारी भी दी जाए। इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति सहायता राशि से वंचित रहने की बात करता है तो उसकी विस्तृत जाँच कराकर अगर प्रभावित है तो सहायता उपलब्ध कराई जाए। जिन लोगों को सहायता उपलब्ध कराई गई है उनकी सूची भी पंचायत कार्यालय पर चस्पा कराई जाए। प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में यह भी निर्देश दिए हैं कि अति वर्षा से प्रभावित सभी गाँवों मे बिजली, पानी के साथ ही आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित होना चाहिए। कहीं पर भी अगर ट्रांसफार्मर खराब है तो उसे तत्काल बदला जाए। इसके साथ ही अगर कोई खम्बा क्षतिग्रस्त हुआ है तो उसको भी तत्काल ठीक करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने सीईओ जिला पंचायत श्री किशोर कान्याल से कहा है कि सभी प्रभावित गाँवों में कृषि सर्वेक्षण का कार्य भी सात दिन में पूर्ण किया जाए। सर्वेक्षण में जो लोग प्रभावित पाए जायेंगे, उन्हें सरकार की ओर से नियमानुसार सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। ऊर्जा मंत्रीहैं कि अतिवर्षा से प्रभावित सभी गाँवों में विद्युत की आपूर्ति बाधित नहीं होना चाहिए। कहीं पर भी अगर ट्रांसफार्मर या विद्युत पोल बदलने की आवश्यकता है तो उसे तत्काल बदला जाए। विद्युत की समस्या की कोई शिकायत प्रभावित गाँवों से नहीं मिलना चाहिए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री किशोर कान्याल ने बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 46 गाँव प्रभावित हुए हैं। इनमें तहसील डबरा के 18, भितरवार के 23 तथा घाटीगाँव के 5 गाँव शामिल हैं। अतिवर्षा के कारण पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन 572 तथा आंशिक क्षतिग्रस्त भवन 3212 हैं। प्रभावित फसल का क्षेत्रफल 877 हैक्टेयर है। जिले में कुल प्रभावितों की संख्या 6262 है। प्रभावितों को अब तक 11 करोड़ 65 लाख रूपए की सहायता राशि उनके खातों में प्रदान कर दी गई है। बैठक में यह भी बताया गया कि 15 सितम्बर को विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया है। जिसमें जिला स्तर के अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही क्राइसेस मैनेजमेंट के सदस्यों को भी प्रभावित गाँवों में बुलाया गया है। ग्राम सभा में शासन की ओर से अब तक प्रभावित लोगों को दी गई सहायता की सूची का वाचन भी किया जाएगा। इसके साथ ही प्रभावितों से संवाद कर शासन की योजनाओं के तहत दिए गए लाभ की जानकारी दी जाएगी।