आयात और निर्यात से जुड़े उच्च अधिकारियों के साथ बैठक संपन्न
खरगोन - कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी की अध्यक्षता में कलेक्टर सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत मिर्च और कपास उत्पाद को अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में लाने के लिए विस्तार से चर्चा हुई। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें विदेशों में देश व प्रदेश के उत्पाद आयात निर्यात जैसे महत्वपूर्ण बिन्दूओं पर निर्णय करने वाले उच्च अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में स्थानीय स्तर पर उद्योगपति और विभागों के अधिकारियों तथा वीडियों कान्फ्रेंस के माध्यम से डीजीएफटी एंड सेज कमिश्नर्स डॉ. एसके बंसल, ट्रेड कमिश्नर्स आरके तिवारी, फोरेन ट्रेड के असिस्टेंट डायरेक्टर हरूण बिलाल, एक्सपोर्ट फेसिलिटेशन सेल की एडवॉयजर डॉ. अंकिता पांडे, 40 वर्षों से फूड प्रोसेसिंग का अनुभव रखने वाले विशेषज्ञ रामनाथ सुर्यवंशी और जुड़े थे। बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने एक जिला एक उत्पाद में जिले की आवश्यकता और वर्तमान समय में हो रही प्रग्रति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले में मिर्च और कपास दोनों में ही अपार संभावनाएं हैं लेकिन अन्तर्राष्ट्रीय बाजार तक यहां के उत्पादों की पहूंच बनाने के लिए किसानों को फेसिलिटेड करना होगा। इसके लिए फेसिलिटेशन सेल बनाना बहुत आवश्यक है। इसके अलावा यहां कई तरह की मिर्च की किस्म उत्पादित की जाती है। इसके लिए मिर्च टेस्ंिटग लेबोरेटरी की सबसे ज्यादा जरूरत है। वहीं प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी से न सिर्फ व्यापारियों को बल्कि किसानों को भी जानकारियों को रूबरू कराना होगा। खरगोन के उद्योगपति कैलाश अग्रवाल ने भी एक जिला एक उत्पाद के तहत आवश्यक सुझाव रखें। श्री अग्रवाल ने कहा कि गुन्टूर या किसी बड़ी इन्डट्री में व्यापारियों और किसानों को विजिट कराने से बेहतर स्कोप समझ सकेंगे। श्री अग्रवाल ने चिली की लेबोरेटरी की स्थापना करने के साथ-साथ एक्सपोर्ट करने में सब्सिडी प्रदान करने की भी आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. अंकिता पांडे ने कहा कि फेसिलिटेशन सेंटर के लिए डीपीआर तैयार कर सकते हैं। इसके प्रयास शासन स्तर से भी प्रारंभ हुए हैं। बैठक में मौजूद निमाड़ीलाल एफपीओ के चैयरमेन मनोज पाटीदार ने लिंकेज की समस्या रखी। इसके लिए मंडी सचिव श्री रामविर किरार ने कहा कि मंडी में भी हरी मिर्च का विक्रय शुरू हुआ है। यहां किसानों से मिलने के बाद भी समन्वय कर लिंकेज के समस्या को दूर किया जा सकता है। मूल रूप से फेसिलिटेशन सेंटर और मिर्च लेबोरेटरी स्थापित करने को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। शीघ्र ही इस पर कदम उठाए जाएंगे। बैठक में केके फाईबर्स के आशुतोष ने भी सुझाव रखें। सभाकक्ष में जिला पंचायत सीईओ श्री दिव्यांक सिंह, जिला व्यापार उद्योग केन्द्र के प्रबंधक श्री एसएस मंडलोई, कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एमएल चौहान, उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक श्री मोहन मुजाल्दे उपस्थित रहे।