सिर्वी समाज के युवाओं से किया आव्हान
खेती और नौकरी पर निर्भर रहने के बजाए स्वयं आत्मनिर्भर बनकर अपना रोजगार स्थापित करेः दीवान माधवसिंहजी
मनावर (पवन प्रजापत) - सिर्वी समाज के धर्मगुरु श्री दीवान माधवसिंह राठौर के मध्यप्रदेष में पांच दिवसीय दौरे के समापन में उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि खेती और नौकरी पर निर्भर रहने के बजाए स्वयं आत्मनिर्भर बनकर अपना रोजगार स्थापित करे। दीवान साहब ने इस संबंध में दक्षिण भारत में गए सिर्वी समाज के लोगों का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने अपना स्वयं का व्यवसाय कर समाज को उन्नतिषिल होने का संदेष दिया। वही समाजजनों को उन्होंने कहा कि प्रतिदिन श्रीआई माताजी की घर या मंदिर में परिवार सहित आरती व पूजन जरूर करे।
दौरे में उन्होंने कई ग्रामों में महिला मंडलों का गठन कर स्वसहायता समूह बनाने के लिए प्रेरित किया। बालीपुर धाम के आश्रम में पहुंचने पर संतश्री योगेषजी महाराज व बंटी महाराज ने दीवान साहब का स्वागत कर उन्हें आश्रम का अवलोकन भी कराया। योगेष महाराज ने कहा कि पूर्व में जब श्रीआई माताजी के बैल रथ का यहा बालीपुर आश्रम में आगमन हुआ था, तब जिस स्थान पर रथ का पग फेरा हुआ था, आज उसी स्थान पर आश्रम का विस्तार भी हुआ। इसके बाद ही श्रीआई माताजी की कृपा से बालीपुर धाम का यह आश्रम लगातार विकास व समृद्धि की ओर अग्रसर है। इस पर दीवान साहब ने कहा कि यह सब श्रीआई माताजी और श्रीगजाननजी महाराज के आषीर्वाद का ही प्रतिफल है।
इस दौरान दीवान साहब के साथ सिर्वी संदेष चेरेटीबल संस्था के अध्यक्ष कानाराम एडवोकेट, हनुमान प्रसाद, कल्याण सिर्वी, अभा सिर्वी महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष कैलाश मुकाती, मनोहरलाल मुकाती, भगवान लछेटा, कालूजी लछेटा, कांतीलाल गेहलोद, महेंद्र कोटवाल, टीकम पंवार लोहारी, दिनेश चैधरी, भरतलाल परमार, जगदीश चोयल, डॉ. महेश राठौर, अषोक राठौर, हीरालाल हाम्मड़, गोपाल सोलंकी रूपगढ़, लक्ष्मण काग, मनीष राठौर आदि पदाधिकारीगण भी शामिल थे। उक्त जानकारी प्रांतीय मीडिया प्रभारी मुकेश गेहलोद ने दी।