प्रमुख धरोहर प्रसिद्ध जैन तीर्थ लक्ष्मणी मंदिर जिर्णोद्धार की हुई शुरूआत | Pramukh dharohar jain tirth laxmi mandir jirnoddhar ki hui shuruat

प्रमुख धरोहर प्रसिद्ध जैन तीर्थ लक्ष्मणी मंदिर जिर्णोद्धार की हुई शुरूआत

जनप्रतिनिधियों सहित सभी वर्ग के लोगों ने सहयोग देने की घोषणा की

प्रमुख धरोहर प्रसिद्ध जैन तीर्थ लक्ष्मणी मंदिर जिर्णोद्धार की हुई शुरूआत

आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - जिले की शान और प्रमुख धरोहर विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थ लक्ष्मणी स्थित जैन मंदिर के जिर्णोद्धार की शुरूआत शुक्रवार को लक्ष्मणी में गरीमामयी ग्राम सम्मेलन और सम्मान सभा के साथ हुई। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख राजनैतिक दलों, सभी समाज के प्रतिनिधियों और गणमान्य ग्रामीणजनों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में विधायक मुकेश पटेल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल, पूर्व विधायक नागरसिंह चैहान, भाजपा जिलाध्यक्ष वकीलसिंह ठकराला, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष किशोर शाह, नपा अध्यक्ष रितेश डावर, भाजपा नेता भदू भाई पचाया सभी समाज के प्रतिनिधि, ग्राम लक्ष्मणी के सरपंच सहित ग्रामवासी मौजूद थे। गौरतलब है कि श्री पद्मप्रभु कल्याण जी जैन श्वेताम्बर चेरीटेबल ट्रस्ट मंडल की स्वीकृति के बाद राजेन्द्र जयानंद सम्यग योग ट्रस्ट मुंबई द्वारा मंदिर निर्माण, तीर्थ सौंदर्यीकरण व कार्यालय निर्माण का कार्य किया जा रहा है।

प्रमुख धरोहर प्रसिद्ध जैन तीर्थ लक्ष्मणी मंदिर जिर्णोद्धार की हुई शुरूआत

*जैन तीर्थ लक्ष्मणी हमारी पहचान है*

ग्राम सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक पटेल ने कहा कि लक्ष्मणी तीर्थ प्राचीन स्थल है। मै मंदिर के जिर्णोद्धार के लिए बधाई देता हु। मंदिर में मेरे पूज्य पिताजी का भी योगदान था और मेरा भी पूर्ण सहयोग रहेगा। पूर्व विधायक चैहान ने कहा कि जैन तीर्थ लक्ष्मणी हमारी पहचान है, इसका नाम संपूर्ण देश में प्रसिद्ध है। इस मंदिर के निर्माण में मै पूर्ण रूप से सहयोग करूंगा। जिला कांग्रेस अध्यक्ष पटेल ने कहा कि लक्ष्मणी तीर्थ में नया इतिहास जुड रहा है और जैन समाज के गुरूजनों का सपना साकार होने जा रहा है। तीर्थ के विकास में मै हरसंभव मदद और सहयोग करूंगा। पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष किशोर शाह ने कहा कि लक्ष्मणी तीर्थ विश्व में पूजनीय स्थान है। इस ऐतिहासिण क्षण के साक्षी बनने पर गौरवांवित महसूस कर रहा हु। इससे पूर्व ट्रस्ट मंडल अध्यक्ष प्रकाशचंद्र जैन ने कहा क लक्ष्मणी तीर्थ की प्रतिमा हजारों वर्ष पुरानी है। इतिहास के अनुसार ग्राम में पद्मप्रभु स्वामी की मूति हिल नहीं रही थी। अलीराजपुर रियासत के महाराजा प्रतापसिंह तक भी ये खबर पहुंची तो वे लक्ष्मणी आए और अवलोकन किया लेकिन प्रतिमा नहीं हिली। जिस पर महाराजा ने उक्त संपूर्ण भूमि मंदिर के लिए दान की थी। हम सबको भव्य मंदिर निर्माण के लिए कारसेवा में सहभागी बनकर अपना योगदान देना है। सारी व्यवस्था सुदृढ करना होगी। हम पांच वर्ष से प्रयासरत थे मंदिर निर्माण के लिए। हमारे आचार्य जयन्त सेन सूरिश्वजी मसा और ऋषभचंद्र विजय जी मसा की आत्मा को शांति मिलेगी। राजेन्द्र जयानंद सम्यक योग ट्रस्ट के धनजी भाई ने कहा कि मंदिर जिर्णोद्धार का कार्य जैन श्री संघ, ग्रामीणजनों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से होगा। तीर्थ को अच्छा रूप देना है। श्रीसंघ अध्यक्ष मनीष जैन, मुख्य शिला के लाभार्थी राजेश जैन बड़ौदा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में लक्ष्मणी सरपंच बिरजा बाई, उपसरपंच झापु भाई, पटेल सुरी भाई, अलीराजपुर से सभी समाज के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व ग्रामीणजन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन अनिष जैन ने किया आभार सुनील जैन ने माना। मंदिर जिर्णोद्धार कार्यक्रम के तहत शनिवार सुबह सवा छह बजे स्तात्र पूजा, सवा सात बजे विधि प्रारंभ, सवा आठ बजे शिलान्यास और साढे ग्यारह बजे स्वामी वात्सलय का आयोजन होगा।

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