पत्नी को लेने गया था, मरने से पहले भाई को बताया, अस्पताल में मौत | Patni ko lene gaya tha marne se pehle bhai ko bataya
पत्नी को लेने गया था, मरने से पहले भाई को बताया, अस्पताल में मौत
उज्जैन (रोशन पंकज) - पत्नी को लेने आगर गये अमरदीप नगर नानाखेड़ा क्षेत्र के युवक को विवाद के बाद ससुराल वालों ने जहर खिला दिया। आगर अस्पताल से रैफर होकर आये युवक की उज्जैन के जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने ससुराल वालों पर आरोप लगाये हैं। सिद्धार्थ पिता दीपक 23 वर्ष निवासी अमरदीप नगर नानाखेड़ा अपने भाई संदीप व अन्य परिजनों के साथ पत्नी कृष्णा को लेने आगर गया था। जहां कृष्णा की बड़ी बहन रेखा जाटव, प्रीति जाटव से विवाद हुआ। विवाद बढऩे पर उक्त लोगों ने पुलिस को बुलाया। पुलिस दोनों पक्षों को थाने लेकर गई जहां राजीनामे के बाद कृष्णा को लिये बिना सिद्धार्थ अपने परिजनों के साथ कार से वापस उज्जैन लौट रहा था तभी रास्ते में कृष्णा के परिजनों का सिद्धार्थ के मोबाइल पर फोन आया कि हम तुम्हारी पत्नी को साथ में भेज रहे हैं घर आ जाओ।
सिद्धार्थ के भाई संदीप ने बताया कि रास्ते से लौटकर हम लोग वापस आगर में कृष्णा के घर पहुंचे जहां हम लोग कार में ही बैठे रहे। सिद्धार्थ अकेला घर में गया। उसके ससुराल वालों ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। काफी देर तक सिद्धार्थ बाहर नहीं आया तो शंका हुई तभी सिद्धार्थ दरवाजा खोलकर बाहर आया और कहने लगा कि इन लोगों ने मुझे जबरन जहर खिला दिया है। सिद्धार्थ को तुरंत आगर अगस्पताल लेकर गये जहां हालत गंभीर होने पर उज्जैन सीएच रैफर किया गया। यहां उपचार के दौरान सिद्धार्थ की मृत्यु हो गई।
दो साल पहले हुई थी शादी
सिद्धार्थ के भाई संदीप ने बताया कि भाई की दो वर्ष पहले कृष्णा से शादी हुई थी, लेकिन वह घर पर दो महीने भी नहीं रुकी। सिद्धार्थ की एक छोटी बच्ची है। कृष्णा का मायका शाजापुर जिले में है। उसने आगर में रहने वाली बड़ी बहन के घर हमें बुलाया था और वहीं पर भाई को जहर दिया। आगर पुलिस को सूचना भी दी थी लेकिन पुलिस ने थाने में समझौता होने के कारण कोर्ट का मामला बताकर सिद्धार्थ के बयान लेने से इंकार कर दिया था।
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