पापी पेट और नसीब ही जब ठोकर मार दे तो जमाने वाले स्वयं ही साथ छोड़ देते है | Papi pet or naseeb hi jab thokar mar de to zamane wale swayam hi sath chhod dete hai

पापी पेट और नसीब ही जब ठोकर मार दे तो जमाने वाले स्वयं ही साथ छोड़ देते है

समाज भी नही दे रहा सहारा तब करनी पड़ी चौथी शादी पीड़ित महिला की कहानी

पापी पेट और नसीब ही जब ठोकर मार दे तो जमाने वाले स्वयं ही साथ छोड़ देते है

भिंड (मधुर कटारे) - आज एक परिवार का विवाद महिला परामर्श केंद्र dsp पूनम थापा के समीप पहुँचा जिसमे एक बेटी ने अपनी माँ पर आरोप लगाया की माँ किसी ओर पुरुष के साथ रहती है और हम बहनों को घर से निकाल दिया है ।बेटी की बात सुनकर माँ रानी जाटव ओर यूबक मिथुन पिता रमेश करन राजपूत उम्र 21 वर्ष निवासी गोरमी मोहन पुरा का निवासी है जिंसको पुलिस के द्वारा घर से पकड़ कर महिला परामर्श केंद्र लाया गया है ,यहाँ महिला  श्री मती रानी जाटव ने बताई अपनी नसीव की खोटी कहानी जिंसको सुनकर आँख भी भर आईं और सोचने पर विवश होना पड़ा की समाज सिर्फ उसका ही क्यो होता है जिसका सारा सब कुछ अच्छा होता है श्री मती रानी जाटव जो की गरीबी और बेबसी मजलूम पीड़ित जिंदगी जीने पर बेबश क्यो है,क्यो उसको करनी पड़ रही थी चौथी शादी 

पापी पेट और नसीब ही जब ठोकर मार दे तो जमाने वाले स्वयं ही साथ छोड़ देते है

पीड़ित महिला की पहली शादी 

15 वर्ष की उम्र में करवा दी गई जिसकी ससुराल भीके पुर औरैया थी पीड़ित महिला को ससुराल में परेसान किया जाता था और उसको करंट लगा कर ससुराल बालो ने मारने की कोशिश की जिसके बाद महिला के परिजनों ने पहले पति से तलाक कराकर विदा विनोद कुमार जाटव से कर दी जो की औरैया का रहने बाला है विनोद कुमार  पल्ला दारी ओर मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण किया करता था विनोद कुमार जाटव की पाँच बेटियो को पीड़िता ने जन्म दिया और विनोद कुमार भी पीड़िता का साथ छोड़कर ईस्वर के पास चले गए परिवार में न खुद का मकान ओर नाही कोई समाज का हमदर्द पीड़ित महिला का दुख दर्द बॉटने आया पीड़ित महिला ने परिवार के भरण पोषण के लिए अन्य परिवार में झाड़ू पोछा लगाने का कार्य शुरू किया लेकिन महगाई अधिक होने के कारण महिला को परिबार का भरण पोषण करने के लिए एक ओर सहारा बनांना पडा पीड़ित महिला ने तीसरी सहारा ब्रजेश जाटव को बनांया जो की गोरमी के पास ग्राम सुखाण्ड चौधरी पुरा का रहने बाला है ।ब्रजेश जाटव से महिला ने दो बच्चो को जन्म दिया पहला बेटा ओर दूषरी बेटी अब महिला के परिवार में 6 बेटी और एक बेटे को पालने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही थी पति और पत्नी दोनों कमाते ओर परिवार का खर्चा चलाते लेकिन कुछ दिनों के बाद किस्मत ने फिर से पीड़िता का साथ छोड़ दिया पीड़िता महिला का तीशरा पति भी साथ छोड़ कर चला गया ऐसे में पीड़िता के परिवार में पाँच बेटी और एक बेटा बचा है ।जिंसको लेकर महिला झांसी रॉड तमोलियन मोहल्ले में किराए के मकान में रह रही है 

इस मकान में महिला की पाँच बेटी रहती थी ,महिला ने बताया मेरी पहली बेटी सुनीता जाटव की शादी विनोद कुमार जाटव ग्राम जाजी पुरा अटेर में कर दी गई थी दूषरी लड़की अनीता उम्र 19 वर्ष विवाद कर अपने मामा के घर चली गई थी जो की कुछ दिनों के बाद मामा उसको उसकी बहन की ससुराल छोड़ आये थे पूछने पर अनीता के जीजा ने बताया  एक महीने से मेरे परिवार में रहने के लिए आई थी जिसकी शादी की बात चीत चल रही है ,पीड़ित महिला के पास अब  चार बेटियां ओर एक बेटा है ,नेहा 16 वर्ष ,प्रियंका 14,वर्ष ,प्रिया 12,वर्ष स्वाती 07 वर्ष शिवा 05 वर्ष  महिला के साथ है ,आवेदन पीड़ित महिला की बेटी ने सुनीता के द्वारा अनीता के साथ लगाया गया जिस पर महिला पर आरोप लगाया गया की मेरी माँ ने सभी बहनों को घर से निकाल दिया और एक यूबक के साथ घर मे रह रही है ।इस बात को लेकर महिला परामर्श केंद्र में पीड़ित महिला को समझाबुझा कर बेटियो को साथ रखने और चौथी शादी न करने की समझाइश दी गई साथ ही उस यूबक को भी समझाया गया की अगर महिला की मदद करना है तो ओर भी तरीके है मदद के ऐसे रिश्ते बनाकर परिवार में विवादित स्थिति को पैदा न करो अन्यथा सख्त से सख्त कार्यबाही होगी।

यूबक मिथुन पिता रमेश करन राजपूत जो की गोरमी ग्राम मोहनपुरा का रहने बाला है ।जिसके साथ पीड़ित महिला ने घर के अंदर ही शादी कर ली थी जिसका विरोध सभी बेटियां कर रही थी जब महिला नही मानी तो मामला महिला परामर्श केंद्र तक जा पहुचा ।

वास्तव में संमाज भले ही हुंकार भरता हो की हम हर सम्भव मदद कर रहे है फिर आखिर ऐसी तस्वीर क्यो निकल कर आ जाती है ,कही दहेज के लिए बेटी की बारात लौट रही है तो कही बेटी को भरे समाज बेइज्जत किया जा रहा है कही पीड़ित महिला के साथ समाज मदद करने के लिए सामने नही आ रहा आज पीड़ित महिला को प्रधानमंत्री आवास भी नही ओर नाही गरीबी रेखा का राशन कार्ड और नाही कोई भी शासन की सुविधा जब की समाज के लोग ऐसे ही गरीवों की योजनाओ का लाभ लेकर सीना खोलकर रानी जैसी पीड़ित महिलाओ का शोषण करने में लगे है । निंदनीय ओर शर्मनाक तस्वीर आज देख कर आत्मा भी क्रोधित हो उठी ।

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