अर्धनग्न होकर अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन,संयुक्त मोर्चा बोले हमारी मांगें नहीं मानी तो भोपाल में करेंगे प्रदर्शन
बड़वाह (विशाल कुमरावत) - अपनी अनार्थिक मांगों को लेकर अनिश्चितकॉलीन हड़ताल पर चल रहे 17 संगठनों ने गुरुवार को भी हड़ताल पर रहते हुए अब आर-पार के मूड में आ गए है| संगठन के लोगों ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि सरकार काम नहीं करने वालों को सब सुविधा दे रही है| लेकिन सरकार की हर योजना को धरातल पर अमलीजामा पहनाने वाले पंचायत ग्रामीण विकास के प्रत्येक कर्मचारी के साथ अन्याय कर रही है| ऐसे कर्मचारियों को जंगी प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है| गुरवार को स्थानीय जनपद पंचायत परिसर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त मोर्चा ने अपनी जायज मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने हडताल स्थल पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया| इस दौरान उन्होंने जोरदार नारेबाजी भी की| इन दिनों हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है| 17 संगठनों से संबंधित कार्यालयों में अधिकारियों को छोडकऱ कार्यालय में वीरानी पसरी है| प्रदेश स्तरीय 17 संगठनों का यह संयुक्त मोर्चा मांग कर रहा है किए प्रमुख रूप से सचिवों के जारी छठवें वेतनमान का निर्धारण नियुक्ति दिनांक से किया जाए| साथ हीए ग्राम रोजगार सहायकों के 5 जून 2018 की नीति का निर्धारण करते हुए वेतनमान का 90 फीसदी वेतनमान दिया जाए| इसके अलावा अन्य मांगें भी शामिल हैं| इस दौरन सचिव संघ जिलाध्यक्ष राजेन्द्र मकवाने सहित संयुक्त मोर्चा के समस्त कर्मचारी मोजूद थ|
हर कोई हो रहा परेशानः 19 जुलाई से हड़ताल पर चल रहे पंचायत ग्रामीण विकास के 17 संगठनों सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के काम नहीं करने पर गांव के ग्रामीण सबसे ज्यादा परेशान हो रहे है| अब तो लोग भी कहने लगे है कि सरकार को जो मांगे है वो मानना चाहिये। कर्मचरियों के हड़ताल पर जाने से पीएम आवास, मनरेगा, स्वच्छ भारत अभियान, सामाजिक न्याय सहित विभिन्न प्रकार के कारण नहीं हो रहे है| हम पंचायतों के चक्कर लगा रहे हैलेकिन वहां पर ताले नजर आ रहे है|
विभागों में काम हो रहे प्रभावितः - अपनी मांगों को पूरा करने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की| वहीं संगठनों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से विभागीय कार्यालयों के लम्बित कार्य प्रभावित हो गए हैं| सभी 17 संगठनों से सम्बंधित कार्यालयों में कुछ अधिकारियों को छोडकऱ कार्यालय में वीरानी पसरी है| कर्मचारियों के नहीं होने से विभागीय स्तर के सभी कार्य ठप है|वहीं अपनी समस्याओं से जुड़े हितग्राही भी बिना समस्याओं के निराकरण वापस लौटने को विवश है|
ये हैं प्रमुख मांगें --- भीकनगांव जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश बाहेती और धार जिले की गंधवानी जनपद के उपयंत्री प्रवीण पंवार की मौत हुई है| कर्मचारियों का तर्क है कि बाहेती ने काम के दबाव में आत्महत्या की, वहीं उपयंत्री को भी परेशान किया गया। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए|
जनपद व पंचायतों के कर्मचारियों पर काम का दबाव कम किया जाए।
मृतक सचिवों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
- जनपद सीईओ पर राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव कम किया जाए।
- रोजगार सहायकों को अंशकालिक के बजाय पूर्णकालिक नियुक्ति दी जाए।
- उपयंत्री, सहायक यंत्रियों के पद भरे जाएं।
- पंचायतों में शासकीय सेवाओं के लिए बार-बार आना-जाना पड़ता है। वाहन की व्यवस्था की जाए
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