नगर पालिका परिषद द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों में आंशिक संशोधन में नियमों की उड़ाई गई धज्जियां
बालाघाट (देवेंद्र खरे) - बालाघाट के नगर पालिका परिषद में प्रशासनिक कार्य व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए नगर निकाय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्थाई रूप से उनके नाम के समक्ष आंशिक संशोधन कर नवीन कार्य दायित्व को सौंपा गया हैं जिसमें विक्रांत यादव एक स्थाई सदस्य हैं जिसे राजस्व निरीक्षक प्रभारी बनाया गया है ,जबकि यह विक्रांत यादव नामक व्यक्ति स्थाई कर्मचारी है ।
वही हम नियम की बात कहें तो, नगर पालिका परिषद बालाघाट में नियमित कर्मचारी को राजस्व निरीक्षक का पद देना चाहिए था, किंतु सवाल यह है कि, नियमित कर्मचारी को छोड़कर स्थाई कर्मचारी को बड़े पद पर रखना कौन सा नियम है, जबकि विक्रांत यादव को पूर्व में भी कर्मचारी बनाने पर भी काफी विवाद हुआ था ,जो अभी तक शांत भी नहीं हुआ है, नगरपालिका में अधिकारियों एवं कर्मचारियों का फेर बदल करना संकोच का विषय बना हुआ है, साथ ही अब यह सोचना यह हैं कि क्या नियमित कर्मचारी में राजस्व निरीक्षक पद के लायक कोई व्यक्ति नहीं या फिर मुफ्त में वेतन पाया जा रहा नियमित व्यक्ति द्वारा