तेंदुपत्ता संग्रहण की रणनीति निर्धारण पर परिचर्चा आयोजित | Tendupatta sangrahan ki ranniti nirdharan pr pricharcha ayojit

तेंदुपत्ता संग्रहण की रणनीति निर्धारण पर परिचर्चा आयोजित

अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक हुये शामिल

तेंदुपत्ता संग्रहण की रणनीति निर्धारण पर परिचर्चा आयोजित

बालाघाट  (देवेंद्र खरे) - मुख्यालय में स्थित अरण्य वन सदन में आज 9 अपै्रल को तेंदुपत्ता संग्रहण की रणनीति, निर्धारण पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें भोपाल से पधारे अपर प्रधान मुख्य वनसरंक्षक बी.के.सिंह प्रमुख रूप से शामिल हुये। जिला स्तरीय आयोजित इस तेंदुपत्ता संग्रहण की रणनीति निर्धारण पर परिचर्चा में अपर प्रधान मुख्य वनसरंक्षक बी.के.सिंह के अलावा मुख्य वनसंरक्षक नरेन्द्र कुमार सनोडिया, दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमंडलाधिकारी ब्रजेश वरकड़े, उत्तर सामान्य वनमंडल के वनमंडलाधिकारी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव,समस्त उपमंडलाधिकारी एवं जिले के परिक्षेत्र अधिकारियों, तेन्दुपत्ता नोडल अधिकारियों तेन्दुपत्ता क्रेत्ता प्रतिनिधिओ की उपस्थिति रही। जिसमें तेन्दुपत्ता संग्रहण वर्ष 2021 पर कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए गुणवत्ता युक्त पत्तों का संग्रहण करनै पर दिशा निर्देश दिए गए। 

 उल्लेखनीय है कि दक्षिण और उत्तर सामान्य वनमंडल के अंतर्गत वर्ष 2021 के लिये तेंदुपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य विविध तेंदुपत्ता समितियों के माध्यम से नियत किया गया हैं। जिसमें उत्तर सामान्य वनमंडल बालाघाट के अंतर्गत 51 हजार 100 मानक बोरा तेंदुपत्ता के संग्रहण का लक्ष्य नियत किया गया हैं। जो कि वनमंडल के अंतर्गत आने वाली समस्त 31 समितियों के माध्यम से किया जायेगा। आगामी समय में तेंदुपत्ता का संग्रहण शुरू होना हैं। जिसके लिये उसकी तैयारी व गुणवत्ता को लेकर चर्चा की गई और अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक बी.के.सिंह मार्गदर्शन दिया गया। परिचर्चा में उन्होने अपनी सेवा काल अवधि के कुछ उदाहरण व्यक्त करते हुए बताया कि व्यक्ति में अपनी सेवाएं के दौरान अपने आपमें स्वंय का आत्मविश्वास होना चाहिए। जिससे की स्वयं विचार कर प्रस्तुत करने की क्षमता में आत्मविश्वास दिखाई दे। उन्होने कहा कि श्रृद्धा और विश्वास से किया गया कार्य हार को भी विजय मे बदल देता हैं। संघर्ष करने की क्षमता के बल पर कठिन से कठिन लक्ष्य को भी समय पर प्राप्त किया जा सकता हैं। उन्होने कहा कि विभागीय विल वाउचर के अतिरिक्त भी बहुत कुछ है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता हैं। 

 इस अवसर पर तेन्दुपत्ता संग्रहण के अतिरिक्त वनमंडल स्तर पर वन धन योजनाओं की भी समीक्षा की गयी। इसके अलावा तेंदुपत्ता के अच्छे क्वालिटी और उसकी मार्केटिंग की संभावनाओ के संदर्भ में भी मार्गदर्शन दिया गया। वही सीसीएफ श्री सनोडिया ने भी तेंदुपत्ता संग्रहण को लेकर विभागीय स्तर पर की गई तैयारियों की जानकारी से अवगत कराया और किये जा रहे संग्रहण कार्य के संदर्भ में अवगत कराया गया। बता देवें कि बालाघाट में उच्च क्वालिटी के तेंदुपत्ता का संग्रहण कार्य होता हैं। यहां पर तेंदुपत्ता को अच्छा गुणवत्ता वाला माना जाता हैं। इस परिचर्चा के माध्यम से इसके कारोबार व लक्ष्य को लेकर अधिनस्थों को अनुभव सीखने व कार्य करने के लिये प्रेरित किया गया।

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