पोस्ट मास्टर का हुआ रिटायरमेंट
शाजापुर (मनोज हांडे) - एक लंबी राह कर्मठता की एक छोटे से पद से लेकर अधिकारी तक का सफर एक दिन वह भी आया जब श्री बने सिंह राजपूत पिता हिम्मत सिंह का आज सेवानिवृत्त होने जा रहे थे सभी कर्मचारी गण आज होने वाले विदाई समारोह के तैयारी कर रहे थे एक और खुशी एवं अपने साथी की विदाई का गम सभी साथी बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा तैयारियों में व्यस्त थे ताकि कोई कमी ना रह जाए श्री बनाया सिंह राजपूत ने अपने अमूल्य छुट्टी के 195 दिन कार्यालय को दान किए उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया कर्तव्य के पद पर साहस का परिचय देते हुए बढ़ते चले गए एक समय अत्यंत दुखद दुर्घटना घटी उनके पिताजी स्वर्गीय श्री हिम्मत सिंह राजपूत की रात्रि में हत्या कर दी गई तब भी उन्होंने अपना धैर्य वह साहस का परिचय देते हुए अपना कार्य करते रहे आज एक पोस्टमैन से पोस्ट मास्टर तक का सफर इमानदारी कर्तव्य परायणता निष्ठावान का परिचय दिया।