बिम्ट्स में महिला की सुरक्षा तथा सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम हुए आयोजित
सम्मान अधिकार (महिला की सुरक्षा तथा सशक्तिकरण) के अंतर्गत निंबध, चित्रकला एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता संपन्न
बुरहानपुर (अमर दिवाने) - बेटी है कुदरत का उपहार, मत करों उसका तिरस्कार, आपकी लालसा है बेकार, बिन बेटी के ना चले संसार। प्रो.बृजमोहन मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड टेक्निकल साईसेंस महाविद्यालय में सम्मान अधिकार (महिला की सुरक्षा तथा सशक्तिकरण) अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम जैसे निंबध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
संस्था के मिर्ज़ा राहत बेग ने बताया की महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम एवं महिला सुरक्षा को समाज के केन्द्र बिन्दु पर लाने हेतु प्रदेश स्तरीय जन जागरूकता अभियान ‘‘सम्मान’’ का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। जिसका उद्देश्य महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति समाज में जागरूकता, सक्रिय भागीदारी हेतु अनुकुल वातावरण बनाए जाने एवं संभावित अपराधों की रोकथाम करना है। इस अभियान के दौरान महाविद्यालय स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में बिम्ट्स महाविद्यालय में भी अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। सर्वप्रथम ‘हमारे संस्कार एवं महिला सुरक्षा’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें उत्कृष्ट निबंध लेखन को पुरस्कृत किया जाएग। इसके पश्चात चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें ‘नारी की उड़ान’ विषय पर विद्यार्थियों ने अपनी कल्पना से सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी चित्रों को रेखांकित किया। इसके पश्चात् ‘वर्तमान न्याय प्रणाली नारी को न्याय देने में सक्षम है’ इस विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में अतिथि के रूप में निम्बोला थाने के ए.एस.आई. कमल मोरे एवं सुश्री सईदा शाह, आरक्षक सचिन जाधव, ब्रजेश कैथवास एवं सुश्री हिरा पवार और महाविद्यालय के प्राचार्य सैय्यद आसिफ अली, उपप्राचार्य डॉ.जैनुद्दीन अली उपस्थित थे। वाद-विवाद प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने विषय के पक्ष एवं विपक्ष में अपने-अपने विचार रखें जिसमें पैरामेडिकल विभाग के बी.पी.टी. के विद्यार्थी सकिना उज्जैनवाला, सुजाता पाटील, लक्ष्मी केदारे, भाग्यश्री यावतकर, शिवानी उगवे, निशिता वानखेड़े, नेहा पाटील एवं बी.एम.एल.टी के विद्यार्थी कमल चौधरी, किरण पाटील ने अपना-अपना पक्ष रखा। उक्त समस्त प्रतियोगिताओं के परिणाम जिला स्तर पर घोषित किए जाएंगे। मुख्य अतिथि ने कमल मोरे ने अपने वक्तव्य में नारी शक्ति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो नारी मनुष्य जाती को जन्म दे सकती है वह कदापि कमजोर नहीं हो सकती है। देश की कुल आबादी की 49 प्रतिशत आबादी महिलाओं की है। हमें नारी के विरुद्ध बढ़ती हिंसा को समाप्त करने का प्रण लेकर नारी उत्थान के लिए सकारात्मक प्रयत्न करना चाहिए। महाविद्यालय में उक्त आयोजित कार्यक्रमों के सफल आयोजन पर अध्यक्ष राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सचिव अमित मिश्रा, संस्था के प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे, प्राचार्य सैय्यद आसिफ अली, पैरामेडिकल विभाग के प्राचार्य डॉ. जैनुद्दीन अली, हर्षल महाजन, डॉ.अनिल कुमार मिश्रा, डॉ.श्रृती महाजन, डॉ.टीना कापड़िया, डॉ.इरफाना अंसारी, मीतू मेडम, अमोल काले, जयप्रकाश पाटील सहित समस्त स्टॉफ ने शुभकामनाएं प्रेषित की।