शराब पीने पर 5000 रुपये और बनाने वालों पर लगेगा 11000 रुपये का जुर्माना, थाने को लिखा पत्र
हर्रई/छिंदवाड़ा (रत्नेश डेहरिया) - आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हर्रई के ग्राम पंचायत साठिया के सरपंच सचिब पंच एवं ग्रामीणों ने शराब बंदी को लेकर समाज में फैली कुरीति और आपसी सौहार्द को बनाए रखने के लिए एतिहासिक फैसला लिया है। ग्राम पंचायत द्वारा नशामुक्ति के लिए एक समिति का गठन करते हुए ग्राम पंचायत क्षेत्र में शराब बंदी करने का निर्णय लिया है। इस मामले को लेकर एक संकल्प पारित करते हुए समिति के सदस्यों ने थाना हर्रई को संकल्पित होने की जानकारी और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है।
पंचों ने लिया शराब बंदी का निर्णय-
26 जनवरी को पुलिस को दिए गए पत्र में शराबबंदी के लिए ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई समिति ने बताया है कि ग्राम पंचायत के हर मुहल्ले में जगह-जगह अनाधिकृत रूप से शराब बनाई जा रही है और खुलेआम उसकी बिक्री की जा रही है। शराब के कारण ग्राम पंचायत के युवा और बुजुर्ग शराब के आदी होते जा रहे हैं, वहीं इसके कारण गांव में एक ओर अशांति का वातावरण निर्मित हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ विवाद की स्थिति देखने को मिल रही है। शराब की बिक्री के कारण गांव में जनमानस और महिलाओं तथा छोटे बच्चों पर विपरीत असर पड़ रहा है। समिति के सदस्यों ने इस मामले को लेकर पुलिस से सहयोग करने की अपेक्षा जाहिर की है। जानकारी में बताया गया है कि ग्राम पंचायत साठिया द्वारा बनाई गई शराब बंदी के लिए आठ सदस्यीय समिति के निर्णय के बाद उक्त मामले को ग्राम पंचायत में प्रस्तुत किया गया और इसके बाद ग्राम पंचायत द्वारा शराब पीने वालों के ऊपर जुर्माने लगाने तक की कार्रवाई की जाएगी।