सुशील कुमार मोदी ने राज्यसभा के लिए भरा पर्चा, नीतीश कुमार बोले - पूरा समर्थन | Sushil kumar modi ne rajyasabha ke liye bhara parcha

सुशील कुमार मोदी ने राज्यसभा के लिए भरा पर्चा, नीतीश कुमार बोले - पूरा समर्थन

पटना में बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए पर्चा भरा। इस मौके पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद थे।

सुशील कुमार मोदी ने राज्यसभा के लिए पर्चा भरा

नामांकन का पर्चा भरने के दौरान सीएम नीतीश कुमार भी थे मौजूद

नामांकन के बाद एनडीए के नेताओं ने दिखाई विक्ट्री साइन, नीतीश कुमार बोले- पूरा समर्थन

सुशील कुमार मोदी ने राज्यसभा के लिए भरा पर्चा, नीतीश कुमार बोले - पूरा समर्थन

पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) - बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन का पर्चा दाखिल किया। नामांकन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव समेत भाजपा के कई नेता मौजूद रहे। नामांकन के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी जी को पूरा समर्थन है।

नीतीश कुमार बोले पूरा समर्थन

नामांकन का पर्चा दाखिल करने के बाद सुशील कुमार मोदी ने पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया, इसके लिए आभार और धन्यवाद है। उन्होंने इसके अलावा राजग के अन्य घटक दल के नेताओं -- बिहार के मुख्यमंत्री, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि राजग के सभी घटक दलों के विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है।इस दौरान राजग के नेताओं ने 'विक्टरी साइन' दिखाते हुए जीत का दावा किया।

3 दिसंबर नामांकन की आखिरी तारीख

राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन भरने का अंतिम दिन 3 दिसंबर है। अगर जरूरत पड़ी तो 14 दिसंबर को राज्यसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। वैसे, विपक्ष की ओर से अब तक किसी भी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है। राजग उम्मीदवार सुशील कुमार मोदी के खिलाफ महागठबंधन प्रत्याशी नहीं तय कर पाया है। संख्या बल के हिसाब से मोदी की जीत तय मानी जा रही है।उल्लेखनीय है कि लोजपा के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।

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