जिला क्राइसेस समिति की बैठक संपन्न, स्कूली कक्षाओं के संचालन के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा | Jila crises samiti ki bethak sampann

जिला क्राइसेस समिति की बैठक संपन्न, स्कूली कक्षाओं के संचालन के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा

रतलाम (यूसुफ अली बोहरा) - जिला क्राइसेस मैनेजमेंट समूह की बैठक 14 दिसंबर को शाम 5:00 बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस अवसर पर रतलाम ग्रामीण विधायक श्री दिलीप मकवाना, कलेक्टर श्री गोपालचन्द्र डाड, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री इंद्रजीत बाकलवार, एसडीएम रतलाम शहर श्री अभिषेक गहलोत, मेडिकल कॉलेज  डीन सुश्री  गांधी तथा जिला शिक्षा अधिकारी श्री के.सी. शर्मा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


बैठक में जिले के स्कूलों की कक्षा नवी से लेकर 12वीं कक्षा के संचालन हेतु प्रस्ताव तैयार किया गया कि कक्षा नवी तथा 11वीं का संचालन सप्ताह में एक दिन छोड़कर किया जाए तथा कक्षा 10वीं एवं 12वीं नियमित रूप से संचालित की जाए परंतु कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत संख्या की दृष्टि से कक्षाओं का आकार छोटा रखा जाए। बड़ी कक्षाओं को विभाजित करके प्रत्येक कक्षा में बच्चों की  संख्या छोटी रखी जाए। बैठक में तैयार किया गया प्रस्ताव शासन को अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है।


कलेक्टर ने बताया कि क्लास रूम में स्टूडेंट और टीचर के मध्य 8 से 10 फीट की प्लास्टिक शीट लगाई जाए, क्लास रूम में एक बेंच पर एक बच्चे को ही बिठाया जाए। क्लास रूम में 50 प्रतिशत बच्चों को प्रवेश ही दिया जाएगा। स्कूल के शौचालय में स्वीपर द्वारा हर घंटे में हाइपो स्प्रे किया जाएगा। कक्षाएं शुरू करने के पूर्व बच्चों के पेरेंट्स से सहमति लेना आवश्यक है।


कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने कहा कि प्रत्येक क्लास में विद्यार्थियों के बीच 3 फीट का डिस्टेंस आवश्यक है। विद्यालय में जैसे प्राचार्य कक्ष, नोटिस बोर्ड पर कोविड-19 के संबंध में बचाव हेतु बरती जाने वाली सावधानियों के पोस्टर तैयार कर उन्हें प्रमुख स्थानों पर चस्पा किया जाना अनिवार्य है। साथ ही सभी शिक्षक एवं विद्यार्थी फेस मास्क का अनिवार्यता उपयोग करेंगे। विद्यालय में प्रवेश के समय सैनिटाइजर, हैंड वॉश की व्यवस्था हो, विद्यालय प्रशासन थर्मल स्कैनर एवं सैनिटाइजर के उपकरण रखे जिससे विद्यार्थियों को उन्हें बार-बार हाथ लगाने की आवश्यकता ना हो। विद्यालय के खिड़की, दरवाजे खुले रखे जाएं जिससे हवा का संचार निरंतर हो सके। विद्यार्थी आपस में भोजन को आपस में शेयरिंग नहीं करें, साथ ही किताबें नोटबुक पेन पेंसिल रबर का आदान-प्रदान नहीं करें।  स्कूल परिसर के एंट्री पॉइंट पर एक व्यक्ति की नियुक्ति की जाए जो आने-जाने वाले व्यक्तियों के हाथ धुलवाएगा

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