गाली-गलौज और गोली मारने की धमकी देने वाले सचिव के खिलाफ पत्रकारों में आक्रोश, सौंपा ज्ञापन | Gali galoch or goli marne ki dhamki dene wale sachiv ke khilaf patrakaro
गाली-गलौज और गोली मारने की धमकी देने वाले सचिव के खिलाफ पत्रकारों में आक्रोश, सौंपा ज्ञापन
हर्रई (रत्नेश डेहरिया) - अमरवाड़ा क्षेत्र में एक सचिव द्वारा साप्ताहिक अखबार के पत्रकार को बेतरतीब तरीके से गाली गलौज और गोली मारकर जान से मारने की धमकी देने वाले एक ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ समस्त पत्रकारों ने मिलकर तहसील स्तर के संबंधित सभी अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही और निलंबन की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात्रि 8:00 बजे के आसपास किसी पंचायत कार्य को लेकर सिंगोड़ी के पत्रकार राकेश चांदबंसी ने अमरवाड़ा जनपद पंचायत के राफा ग्राम पंचायत सचिव संजय सूर्यवंशी को फोन किया परंतु किसी कारणवश फोन किसी ने नहीं उठाया जबकि कुछ देर बाद ही रिटर्न फोन आने के बाद पत्रकार द्वारा जानकारी मानी गई तो बेतरतीब तरीके से नशे में धुत सचिव संजय सूर्यवंशी ने अपशब्द,गाली गलौज सहित रिवाल्वर से गोली मारने की धमकी तक दे डाली। जिसको लेकर सिंगोड़ी अंतर्गत पत्रकार राकेश चांदबंसी ने स्थानीय पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई तो वही समस्त पत्रकार संगठनों को मामले की पूरी जानकारी मिलने के बाद शनिवार को स्थानीय एसडीएम कार्यालय, जनपद पंचायत कार्यालय और पुलिस थाने में ज्ञापन सौंपकर निलंबन सहित कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की गई। इस अवसर पर अमरवाड़ा प्रेस क्लब श्रमजीवी पत्रकार संघ और मध्य प्रदेश मीडिया संघ के समस्त पत्रकार मौजूद रहे। वही इस मामले को लेकर सोमवार को भी जिला स्तर पर ज्ञापन देने की समस्त संगठनों ने बात कही।
*सचिव को मिल रहा राजनीतिक संरक्षण*
बताया जा रहा है कि राफा पंचायत सचिव संजय सूर्यवंशी को कांग्रेस द्वारा राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। एक तरफ समस्त पत्रकारों में इस मामले को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है और जगह-जगह तहसील स्तर पर ज्ञापन भी दिए गए हैं तो वहीं एक तरफ राजनीति से कुछ नेताओं के फोन लगातार पत्रकार राकेश चांदबंसी के पास आ रहे हैं और ज्ञापन ना देने और f.i.r. न करने की बात कर रहे हैं बरहाल इसको लेकर पत्रकार को लगातार धमकियां भी दी जा रही है।
*सचिव पहली भी रहा विवादों में*
सचिव संजय सूर्यवंशी लगातार विवादों में रहे हैं यहां तक की थाने में पहले से ही अन्य मामलों में मामला दर्ज है,जबकि एक मामला तो 302 के तहत भी थाने में दर्ज हुआ था। इससे पूर्व भी पंचायत कार्यों को लेकर इन पर कार्रवाई हो चुकी है परंतु हठधर्मिता और जिले की मौन कार्यवाही को लेकर इन पर कोई डर नहीं है जिसका यह भरपूर फायदा उठा रहे हैं।
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