ठेकेदारो को मजदूरो द्वारा घास काटने का मिला टेंडर, लेकिन उसे जलाकर साफ किया जा रहा है ग्रामीण परेशान
जबकि पर्यावरण के लिए घातक पराली से कई राज्य परेशान लेकिन यहा कंपनी द्वारा लाखो रुपये देकर घास सहित खरपतवार जलाई जा रही है
बीड/खण्डवा (सतीश गम्बरे) - संत सिंगाजी पावर परियोजना सहित आवासीय कालोनी मे बरसात के समय उत्पन हुई खरपतवार सहित घास को मजदूरो से उखडवाकर बाहर फेकने के लाखो रुपये के टेंडर परियोजना द्वारा जारी कीये गए है लेकिन उक्त कचरे सहित घास को मजदूरो से ना उखडवाकर सीधे आग लगाई जा रही है जिससे पूरे पर्यावरण के लिए खतरा होने के साथ साथ कालोनी रहवासी एवं ग्रामीण लोग परेशान है घूए से सास लेने मे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जबकि पराली जलाने से हो रहे गंभीर परिणामो से अवगत कराते हुए प्रधान मंत्री ने मुख्यमंत्रीयो की बैठक ली है लेकिन फिर भी परियोजना के अधिकारियो की साठ गांठ होने के चलते कुछ नही कर रहे है सूत्रो के अनुसार ग्रामीण कलेक्टर को आवेदन देने की योजना बना रहे है इस और जल्द ही ध्यान देने की जरूरत है कही यह समस्या कोरोंना काल मे प्रशासन के लिए मुसीबत ना बन जाये।