राम राम करने की पुण्य रीति है हमारी,हाथ जोड़ दिल मे ही राम को जगाइए: शशिकांत यादव | Ram ram karne ki punya riti hai hamari
राम राम करने की पुण्य रीति है हमारी,हाथ जोड़ दिल मे ही राम को जगाइए: शशिकांत यादव
*अपने हौसले को आजमाना चाहिए, मुस्कुरा के मुसीबत को गले लगाना चाहिये*
*सिंधु नदी की धाराओं को धाराओं से छला गया*
बैतूल (यशवंत यादव) - आमला नवरात्र के पावन पर्व पर ग्राम मालेगांव में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।कवि सम्मेलन में देश के प्रख्यात कवि शशिकांत यादव देवास के कुशल संयोजन में काव्य रस की महफ़िल सजी।वही डॉ योगेश पंडागरे विधायक आमला के मुख्य आतिथ्य ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की।प्रख्यात कवियों ने अपने काव्य रस से श्रोताओं को सराबोर किया।शशिकांत यादव देवास,संगीता सरल भोपाल,मुकेश शांडिल्य हरदा,कैलाश सलाम सारणी,दीपक साहू सरस खेडलीबाज़ार,रामनाथ यदुवंशी कठोतिया छिंदवाड़ा और आयोजन के सूत्रधार कवि दीपक यदुवंशी मालेगांव ने शानदार काव्य पाठ किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ योगेश पंडागरे विधायक आमला आमंत्रित थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता यशवंत यादव भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष आमला ने की।कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर कमलेश सिंह पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष,अरुण जयसिंह पुरे चेयरमेन रेडक्रास सोसायटी बैतूल,यदुराज सिंह रघुवंशी मंडल अध्यक्ष भाजपा खेड़ली मोरखा मंडल,राजेन्द्र यदुवंशी मंडल अध्यक्ष भाजपा ग्रामीण मंडल चिचोली,मनीष मिसर भाजपा आई टी सेल,मनोज विश्वकर्मा समाजसेवी,अकरम खान,किशन सिंह रघुवंशी,कृष्णा भूमरकर,क्षमादार यादव,हरि यादव,उमेश पवार,सतीश साहू,प्रेमनारायण मालवीय आदि उपस्थित थे।
सर्वप्रथम अतिथियों के हस्ते माँ सरस्वती के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण किया गया।अपने उद्बोधन में डॉ योगेश पंडागरे विधायक आमला ने कहा कि इस क्षेत्र में कवि सम्मेलन का शानदार आयोजन क्षेत्र के लोगो का साहित्य और संस्कृति के प्रति स्नेह को दर्शाता है।आयोजन समिति को मैं बधाई देता हूं।
कवि सम्मेलन में कवियों ने एक से बढ़कर एक शानदार रचना सुनाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।कवि सम्मेलन का कुशल मंच संचालन कर रहे देश के प्रख्यात कवि शशिकांत यादव ने प्रतीकों के माध्यम से कोरोना काल का सुंदर चित्रण किया "राम राम करने की पुण्य रीत है हमारी,हाथ जोड़ दिल मे राम को ही जगाइए"।कवि मुकेश शांडिल्य ने अपनी हास्य कविताओं से श्रोताओं को ठहाका लगाने पर मजबूर किया।वही उनकी ओजस्वी कविता ने जोश भर दिया "लाख मिटाया जग ने हमको,फिर भी यारो बने रहे"।वही कवियत्री संगीता सरल की शानदार कविताओं ने श्रोताओं के मन मोहा "आज गम है तो कल खुशी होगी,इस अंधेरे में भी अब रोशनी होगी"।खेड़ली बाज़ार आमला के प्रख्यात कवि दीपक साहू सरस के चुटीले अंदाज़ ने श्रोताओं को खूब हंसाया वही उनकी भाव प्रधान कविता "सिंधु नदी की धाराओं को धाराओं से छला गया"के माध्यम से धारा 370 जैसे मुद्दे पर बेबाकी से वर्णन सुनने को मिला।कैलाश सलाम का सौम्य अंदाज़ श्रोताओं को खूब भाया उनकी कविता "अपने हौसलों को आजमाना चाहिये,मुस्कुरा के मुसीबत को भी गले लगाना चाहिये" ने खूब तांलिया बटोरी।कवि सम्मेलन के सूत्रधार कवि दीपक यदुवंशी ने अपनी कविता के माध्यम से किसानों की दशा का सुंदर चित्रण किया "भरता है पेट सभी का खुद भूँखा सो जाता है,चलती है लाठी उस पर फिर भी फसल उगाता है"।इस कविता ने लोगो को सोचने पर मजबूर किया।वही कवि रामनाथ यदुवंशी की ग़ज़ल "क्यू इतनी कटुता पाल रखी है अपने इस व्यवहार में"को श्रोताओं ने खूब पसंद किया।गुलाबी ठंड में श्रोताओं ने काव्य रस का भरपूर आनंद लिया।कवि सम्मेलन देर रात तक चलता रहा।
कार्यक्रम में अतिथियों के हस्ते आमंत्रित सभी कवि गणों का सम्मान किया गया।अंत मे सभी का आभार प्रदर्शन मंडल अध्यक्ष यशवंत यादव ने किया।
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