चौथी इकाई की टरबाइन भी खुली, इसमे भी एचपी टरबाइन मे खराबी की बात सामने आई, विशेषज्ञो की रिपोर्ट आना अभी बाकी
संत सिंगाजी पावर परियोजना मे तीन इकाइयों से विधुत उत्पादन ठप
इकाइयों की टरबाइन मे खराबी के बाद संधारण के नाम पर बंद पड़ी है तीन इकाइयां
गुणवत्ताहीन मटेरियल परियोजना मे लगवाने वाले जिम्मेदार कौन ? ? ? ?
एम .डी के आदेश पर टरबाइन क्षेत्र मे सुरक्षा गार्ड को तैनात ताकि टरबाइन के फोटो बाहर ना जा सके
बीड/मान्धाता (सतीश गम्बरे) - प्रदेश की सबसे बड़ी 2520 मेगावाट विधुत उत्पादन क्षमता वाली संत सिंगाजी थर्मल पावर परियोजना मे चार इकाइयों मे से तीन इकाइयों से विधुत उत्पादन ठप पड़ा है जिससे कंपनी को करोडो रुपये रोजाना उत्पादन हानि झेलना पड़ रही है वही नवीन टेक्नॉलजी से बनी इकाई तीन के बाद चार नंबर इकाई की टरबाइन भी करीब 20 दिनो के इंतजार के बाद खुल चुकी है जिसमे भी एच पी टरबाइन मे खराबी की बात सामने आई है जबकि टरबाइन विशेषज्ञो की रिपोर्ट आना अभी बाकी है उसके बाद ही स्पष्ट होगा की कितना नुकसान हुआ है गौरतलब हे की कंपनी मे ऊपर से नीचे तक संघठित भ्रष्टाचार के कारण मिलीभगत कर घटिया मटेरियल परियोजना मे लगाया गया तथा इकाई नंबर तीन एवं चार का परफार्मेंस गारंटी टेस्ट करने के दौरान इकाई को अपनी पूरी क्षमता से चलाने पर कुछ ही घंटो मे एच पी टरबाइन का बेरिंग टूट गया जिसे दुरुस्त करने मे भी महीनो का समय लगेगा जिस समय प्रदेश मे बिजली की डिमांड बढ़ रही है ऐसे समय मे परियोजना की इकाइयों का लंबे समय तक बंद रहना सरकार के लिए चिंता का विषय है परियोजना मे घटिया मटेरियल लगवा कर दयनीय स्थिति मे पहुचाने वाले जिम्मेदारों पर अब तक कोई कार्यवाही नही की जाना यह दर्शाता है की सेटिंग कितनी मजबूत है क्या ऊर्जा सचिव भी इनके सामने घुटने टेकने को मजबूर है
टरबाइन संबंधी जानकारी बाहर ना जा सके इसलिए गार्ड तैनात
परियोजना मे टरबाइन टूटने से करोडो रुपये का नुकसान एम पी पी जी सी एल को ही उठाना पड़ेगा और हजारो करोड़ की उत्पादन हानि भी क्योकि निर्माता कंपनी एल एंड टी ने कंपनी के प्रबंधन मे गलती बताकर हाथ खड़े कर दिए है फिर भी कंपनी के एम डी मंजीत सींग इस बात से चिंतित ना होकर बस टरबाइन का फोटो बाहर ना जाये इस काम मे मुस्तैद है मुख्यालय से आदेश देकर टरबाइन क्षेत्र मे गार्ड तैनात कर रखे है वही इकाई मे काम करने वाले मजदूरो के मोबाइल भी बाहर जमा कराए जा रहे है
॥ टरबाइन के बेरिंग पेड़ मे रगड़ आई है जिसे जल्दी दुरुस्त कर लिया जाएगा ॥
आर पी पांडे
(प्रवक्ता सिंगाजी पावर परियोजना )