अराधना और भक्ति के पर्व का हुआ आगाज, कोविड-19 के चलते भक्तजनो मे दिखा निराषा का माहोल
अलीराजपुर। (रफीक क़ुरैशी) - अराधना और भक्ति के नव दिवसिय नवरात्री पर्व का आगाज षनिवार को हुआ। नगर मे अलग-अलग मुर्हुतो मे भक्तो ने विधिनुसार पुजा-अर्चना कर माताजी की घटस्थापना कर महाआरती उतारी। इधर कोराना महामारी के चलते तथा मप्र षासन की जारी गाईडलाईन एवं षांति समिति की बैठक के निर्णयानुसार नगर के अधिकांष गरबा रास के पांडाल सुने-सुने नजर आ रहे है। हालाकि कुछ पांडाल सजे-धजे नजर भी दिखाई दिए। जिसके चलते गरबा रास पांडालो एवं गरबा रमने वालो मे निराषा का माहोल दिखाई दे रहा है। वहि नगर के मंदिरो मे इस बार विधुत की आर्कषक सजावट की गई हैं। नगर के श्री रणछोड़राय मंदिर में विगत कई वर्षों से निरंतर शारदीय नवरात्री में रामचरित मानस पाठ का नव्हाणपारायण का पाठ किया जाता है। इस बार भी पाठ का आरम्भ किया जा रहा है। यह सिलसिला लगातार 9 दिनों तक चलेगा। वहि गायत्री मंदिर मे नवरात्री को लेकर पुजन-हवन किया गया। समीपस्थ ग्राम मे मालवई प्राचिन मंदिर मे नर्वरात्री के पहले दिन मंदिर समिति द्वारा जिर्णोधार के लिए भुमिपुजन कन्याओ के द्धारा करवाया गया। क्षेत्रीय विधायक मुकेश पटेल ने भी सपरिवार माताजी की घटस्थापना कर पूजा अर्चना की।
*मालवई माता के दरबार मे श्रद्धालुओं की लगी भीड़*
नवरात्री पर्व को लेकर इन दिनों नगर से पांच किलोमीटर दूर ग्राम मालवई स्थित अतिप्राचीन माँ चामुंडा माता मंदिर में दर्षन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुगण आस्था के साथ माता के दरबार मे पहुंचकर दर्शन करने जा रहे है। नवरात्री पर्व पर इस मंदिर में नो दिनों तक दर्शन करने वालो का तांता लगा रहता है। जिले के अलावा आसपास के शहरों से भी हजारो भक्त प्रतिदिन माता के दरबार मे दर्शन करने जाते है। बुजर्गो के अनुसार रियासत कालीन समय का उक्त मंदिर बहुत पुराना है। यहाँ आने वाले हर भक्तो की मनोकामना पूरी होती है। इतना ही नही इस दरबार से अगर आपको कोई सिक्का मिल जाए तो वह आपके लिए और व्यापार के लिए बहुत फायदेबंद रहता है। यहां पर हर प्रकार की मनोति पुर्ण होती है। भक्ति का आलम यह है जिला मुख्यालय के लोग अलसुबह ओर देर शाम को चामुंडा माता के दरबार मे जा रहे है। इतना ही नही श्रद्धालुगण पदयात्रा कर मंदिर तक पहुंच रहे है। वही कुछ लोग अपने साधन से भी इस मंदिर में जा रहे है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि नवरात्री के दोरान प्रतिदिन इस मंदिर में सुबह और शाम को महाआरती का आयोजन किया जाता है ओर माताजी का आकर्षक श्रंगार भी किया गया है। भक्तगण एवं मंदिर समिति द्वारा कन्या भोज का भी आयोजन किया जाता है। उक्त मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है।