उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शिक्षक दिवस पर प्राध्यापकों से करेंगे संवाद | Uchch shiksha mantri dr mohan yadav shikshak divas pr pradhyapako se karenge sanvad

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शिक्षक दिवस पर प्राध्यापकों से करेंगे संवाद


उज्जैन (रोशन पंकज) - उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव प्रदेश भर के प्राध्यापकों से आज शनिवार 5 सितम्बर को दोपहर 1 बजे  शिक्षक दिवस पर वेबिनार के जरिये संवाद करेंगे। कोरोना काल की चुनौतियों के बीच भी शिक्षक दिवस के पारम्परिक आयोजन में मध्यप्रदेश सरकार कोई कोर कसर नहीं रखना चाहती है। हालाँकि इस बार यह आयोजन अनूठा होगा,जिसमे तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। विभाग ने बाकायदा इसकी विशेष तैयारी की है और लिंक के जरिये प्रदेशभर के प्राध्यापकों का इससे जुड़ना भी सुनिश्चित कर लिया है। इस विशेष आयोजन में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव उच्च शिक्षा की चुनौतियों के साथ नई शिक्षा नीति को लेकर भी बात करेंगे। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ आत्मनिर्भरता,कौशल विकास,भारतीय मूल्यों और आदर्शों जैसे कई बहुउपयोगी विषयों का समावेश किया गया है। मंत्री बनने के बाद डॉ.यादव प्राथमिकता से नई शिक्षा नीति को मध्यप्रदेश में बेहतर तरीके से लागू करवाने के लिए कृतसंकल्पित है। वे इस बारे में अपनी इच्छा का इजहार पूर्व में भी कर चुके है।  इसके क्रियान्वयन के सूत्रधार और बुनियाद शिक्षक ही है।  डॉ. यादव ने इसकी शुरुआत के लिए इसीलिए शिक्षक दिवस का चयन किया है।  वे शिक्षकों को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए नई शिक्षा नीति के विभिन्न पक्षों को प्रदेश भर के प्राध्यापकों के सामने रखकर इसके बेहतर क्रियान्वयन की उम्मीदें मजबूत करना चाहते है।

अब अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री जितेन्द्र सिंह चौहान होंगे

कलेक्टर श्री आशिष सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों में

कार्यविभाजन आदेश जारी किया

उज्जैन 04 सितम्बर। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री आशिष सिंह ने प्रशासकीय कार्यसुविधा की दृष्टि से एवं राज्य प्रशासनिक सेवा के प्रशासनिक अधिकारियों के मध्य नवीन कार्यविभाजन आदेश जारी किया है। जारी आदेश के तहत अब अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी अपर कलेक्टर श्रीमती बिदिशा मुखर्जी के स्थान पर अपर कलेक्टर श्री जितेन्द्र सिंह चौहान होंगे। कार्यविभाजन अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर एवं डिप्टी कलेक्टरों के मध्य किया गया है।

जारी आदेश के मुताबिक अपर कलेक्टर (आईएएस) श्री अवि प्रसाद को राजस्व के विभिन्न कार्यों के साथ-साथ विभिन्न शाखाओं की नस्तियाँ अपर कलेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत होंगी। अपर कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना (आईएएस) विकास एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को ग्रामीण विकास के विभिन्न कार्यों के साथ-साथ अन्य विभागों के प्रभारी अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। कलेक्टर श्री आशिष सिंह ने अपर कलेक्टर श्री जितेन्द्र सिंह चौहान को अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी का दायित्व सौंपा है। साथ ही दाण्डिक से संबंधित कार्य और अन्य शाखाओं की नस्तियाँ जिला दण्डाधिकारी को प्रस्तुत करने के पूर्व निराकरण हेतु एडीएम की ओर से प्रस्तुत की जाएगी। कलेक्टर ने एडीएम को अन्य शाखाओं एवं विभागों का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। कलेक्टर ने अपर कलेक्‍टर श्रीमती बिदिशा मुखर्जी को तहसील खाचरौद, नागदा एवं बड़नगर क्षेत्राधिकार अंतर्गत राजस्व प्रकरणों का निराकरण, अन्य धाराओं के प्रकरण अपर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत होंगे तथा प्रत्येक 10वें प्रकरण को छोड़कर शेष 9 प्रकरण में सुनवाई कर निराकरण करेंगी। इसके अलावा अन्य राजस्व प्रकरण तथा अन्य शाखाओं की प्रभारी अधिकारी रहेंगी।

कलेक्टर श्री आशिष सिंह ने डॉक्टर भरसट योगेश तुकाराम (आईएएस) को अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी बड़नगर, श्रीमती एकता जायसवाल संयुक्त कलेक्टर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी तराना, श्री कैलाश ठाकुर डिप्टी कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी महिदपुर, श्री पुरूषोत्तम कुमार डिप्टी कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी नागदा, श्री विरेन्द्र सिंह दाँगी डिप्टी कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी खाचरौद, श्री गोविंद कुमार दुबे डिप्टी कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी घट्टिया, श्री जगदीश मेहरा डिप्टी कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी उज्जैन ग्रामीण, श्री राकेश मोहन त्रिपाठी डिप्टी कलेक्टर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी उज्जैन नगर, श्री संजय साहू डिप्टी कलेक्टर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी कोठी महल के क्षेत्रांतर्गत दाण्डिक, राजस्व, सामान्य तथा अनुभाग से संबंधित अन्य दायित्वों का प्रभार सौंपा गया है।

इसी तरह श्रीमती गरिमा रावत संयुक्त कलेक्टर, श्री आशुतोष गोस्वामी डिप्टी कलेक्टर को कलेक्टर कार्यालय की विभिन्न शाखाओं का कार्य सौंपा गया है।  कलेक्टर ने अधिकारियों के अवकाश, भ्रमण या प्रशिक्षण पर रहने की स्थिति में एक दुसरे को लिंक अधिकारी बनाया है। अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद के लिंक अधिकारी श्रीमती बिदिशा मुखर्जी, श्रीमती मुखर्जी के लिंक अधिकारी अपर कलेक्टर श्री जितेन्द्र सिंह चौहान, श्री अंकित अस्थाना के लिंक अधिकारी श्री अवि प्रसाद, श्री जितेन्द्र सिंह चौहान के लिंक अधिकारी श्रीमती मुखर्जी, एसडीएम उज्जैन ग्रामीण के लिंक अधिकारी एसडीएम उज्जैन नगर, एसडीएम उज्जैन नगर के लिंक अधिकारी एसडीएम उज्जैन ग्रामीण, एसडीएम कोठी महल के लिंक अधिकारी एसडीएम उज्जैन ग्रामीण, एसडीएम घट्टिया के लिंक अधिकारी एसडीएम कोठी महल, एसडीएम महिदपुर के लिंक अधिकारी एसडीएम तराना, एसडीएम तराना के लिंक अधिकारी एसडीएम महिदपुर, एसडीएम नागदा के लिंक अधिकारी एसडीएम बड़नगर, एसडीएम खाचरौद के लिंक अधिकारी एसडीएम नागदा, एसडीएम बड़नगर के लिंक अधिकारी एसडीएम नागदा और संयुक्त कलेक्टर श्रीमती रावत के लिंक अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री साहू, श्री साहू के लिंक अधिकारी श्रीमती रावत तथा डिप्टी कलेक्टर श्री गोस्वामी के लिंक अधिकारी श्री साहू रहेंगे।

कलेक्टर श्री आशिष सिंह ने निर्देश दिये है कि उक्त अधिकारियों के अवकाश अवधि में संबंधित लिंक अधिकारी उनका कार्यभार संभालेंगे और समय-समय पर विशेष आदेश पारित किये जाते है, उनका हिस्सा भी होंगे। कार्यालयीन व्यवस्थाओं के संबंध में प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है कि वे उनके प्रभार में आने वाली शाखाओं, विभागों कार्यों पर नियंत्रण तथा पत्रों का निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित कराएंगे।

जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक आज

उज्जैन 04 सितम्बर। अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम अंतर्गत गठित जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक आज शनिवार 5 सितम्बर को सुबह 11 बजे सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। बैठक में अत्याचार, राहत प्रकरणों, विशेष न्यायालयों में चल रहे प्रकरणों आदि बिंदुओं पर समीक्षा कर चर्चा की जाएगी। इस आशय की जानकारी आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक श्रीमती रंजना सिंह ने दी।

कमिश्नर 7 सितम्बर को नगरीय प्रशासन एवं ग्राम निवेश की बैठक लेंगे

उज्जैन 04 सितम्बर।  उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री आनंद कुमार शर्मा 7 सितम्बर सोमवार को प्रात: 11 बजे से नगरीय प्रशासन, नगर तथा ग्राम निवेश, प्रदुषण नियंत्रक, उद्योग, सहायक श्रमायुक्त तथा सामाजिक न्याय विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक लेंगे। सभी संबंधित अधिकारियों को अद्यतन जानकारी सहित बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश जारी किये गये है।

कमिश्नर 8 सितम्बर को स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग की बैठक लेंगे

उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री आनंद कुमार शर्मा 8 सितम्बर मंगलवार को प्रात: 11 बजे से स्वास्थ सेवाएं, महिला एवं बाल विकास, लोक शिक्षण, आदिवासी विकास विभाग, कौशल विकास एवं आयुष विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक लेंगे। सभी अधिकारियों को विभाग की जानकारी सहित अनिवार्य रूप से बैठक में मौजूद रहने के निर्देश जारी किये गये हैं।

शिक्षक सम्मान समारोह स्थगित

5 सितम्बर को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह स्थगित कर दिये गये हैं। आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत द्वारा जारी आदेशानुसार 5 सितम्बर को ऑनलाईन वेबिनॉर के माध्यम से शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किये जाने थे, सामन्य प्रशासन विभाग के वायरलैस संदेश के अनुसार देश के पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के निधन के कारण 31 अगस्त से 6 सितम्बर तक राष्ट्रीय शोक होने के कारण ऑन लाईन वेबिनॉर के माध्यम से राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह स्थगित किया गया है।

खुशियों की दास्तान

अपने जन्मदिन पर थे रिश्तेदारों से दूर लेकिन डॉक्टरों ने उनकी कमी खलने नहीं दी

पीटीएस में ईलाज के साथ-साथ मिला अपनापन

शुक्रवार को 8 लोग कोरोना संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ होकर अपने घरों को लौटे

नोडल डॉ.एएस तोमर ने शुभकामनाएं देकर विदा किया

मक्सी रोड स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल से शुक्रवार को 8 लोग कोरोना संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ होकर अपने-अपने घरों को गये।

अपने घर  जा रहे एक 10 वर्षीय बालक ने पीटीएस में ईलाज के दौरान मिले अनुभव के बारे में बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें ईलाज के लिए पीटीएस में लाया गया था। हर वर्ष उनके माता-पिता और बाकि रिश्तेदार उनका जन्म दिवस काफी धूमधाम से मनाते थे। परिवार में वे सबसे छोटे हैं, इसलिए सभी लोगों का उन पर विशेष स्नेह था। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते वे अपनों से दूर थे और दो दिन पहले उनके जन्म दिवस पर घर नहीं जाने की वजह से काफी उदास थे। जब वे पीटीएम में पहले दिन ईलाज के लिए आए थे तब उन्हें डर लग रहा था। लेकिन पीटीएस के स्टॉफ ने बिलकुल परिवार की तरह उनका ध्यान रखा। जब पीटीएस में मौजूद डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ को पता चला कि उनका जन्मदिन है तो उन्होंने बालक को चॉकलेट दी तथा माता-पिता से फोन पर बात भी करवाई। यहाँ डॉक्टरों से मिले अपनेपन की वजह से 10 वर्षीय बालक को इस बार का जन्मदिन जीवनभर याद रहेगा। बालक ने बताया कि पीटीएस में ईलाज के लिए आये दूसरे लोगों के साथ भी उनकी काफी अच्छी मित्रता हो गई थी तथा यहाँ एक हल्का-फुल्का मित्रतापूर्ण वातावरण निर्मित हुआ। यहाँ लोग खाली समय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अंताक्षरी एवं अन्य मनोरंजक गतिविधियाँ करते हैं। अच्छे और सकारात्मक माहौल की वजह से कोरोना संक्रमण से काफी कम समय में लोग रिकव्हर कर रहें है।

पीटीएस के नोडल डॉ.एएस तोमर ने ठीक होकर घर जा रहे लोगों से कहा कि सही समय पर इलाज मिलने से ही आज वे लोग पूर्णत: स्वस्थ हुए हैं। डॉ.तोमर ने सभी लोगों को शुभकामनाएं दी। डॉ.तोमर ने लोगों से कहा कि वे अगले 10 दिनों तक अपने घरों के अलग कमरे में रहें, भोजन में परहेज बरतें, अधिक तला-गला भोजन का सेवन न करें, हरी सब्जियां, फल और आसानी से पचने वाला भोजन डाइट में शामिल करें।

डॉ.तोमर ने लोगों से कहा कि यदि उन्हें दोबारा सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण होते हैं तो तुरन्त बिना देर किये फीवर क्लिनिक में जाकर डॉक्टर को दिखायें। आज जो लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं वे फोन के माध्यम से अपने परिजनों तथा पड़ौसियों को भी यह बतायें कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिये। लोग अपने परिवार में छोटे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। इन सावधानियों का जितना अधिक प्रचार-प्रसार होगा, उतनी ही आमजन में जागरूकता फैलेगी।  डॉक्टर तोमर ने कहा कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं हैं, इसीलिए आमजन को इसकी गंभीरता को समझना होगा। प्रशासन आमजन की जान के लिए जी-जान से काम कर रहा है। इसीलिए आम जनता से अपील है कि वे कोविड संक्रमण से बचाव के लिए जारी सभी उपायों का गंभीरता से पालन करें। इसके अलावा सभी लोग अपने मोबाइल पर सार्थक एप डाउनलोड करें। डॉ.तोमर द्वारा ठीक होकर जा रहे लोगों से पीटीएस में इलाज के दौरान हुए अनुभव के बारे में पूछा गया। साथ ही उन्हें यहां किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं हुई, इस बारे में भी पूछा।

डॉ.तोमर ने लोगों से कहा कि वे कोरोना जैसी बीमारी को हराकर आज अपने घर जा रहे हैं। बस सभी लोगों से यही एक बात कहें कि कोरोना संक्रमण से डरने की बजाय सतर्कता बरतना ज्यादा जरूरी है। उन्हें सही समय पर इलाज मिल सका, इसीलिये वे आज पूर्णत: स्वस्थ होकर सकुशल अपने घर लौट रहे हैं। इसीलिये कोरोना के लक्षण होने पर छुपाये नहीं, बल्कि तुरन्त डॉक्टर के पास जायें।

इस दौरान स्टाफ द्वारा तालियां बजाकर लोगों की हौसला अफज़ाई की गई और शुभकामनाएं देकर उन्हें अपने घर के लिये रवाना किया गया। रवाना होने से पहले लोगों को डॉ.वसीम खान द्वारा प्रमाण-पत्र वितरित किये गए।

इस दौरान डॉ.अनमोल जैन, डॉ.कपिल चौहान, डॉ.अरविंद भटनागर, डॉ.सुखदेव कारवना, डॉ.महेन्द्र यादव, फार्मासिस्ट श्री अमित यादव, श्री ब्रजमोहन कौशल, स्टाफ नर्स प्रांजल गुप्ता, सुश्री चन्दा गरूडा, सुश्री सुमन दांगी, सुश्री पूजा सोलंकी, सुश्री गायत्री वाडिया, सुश्री कविता, सुश्री टीना अहिरवार, सुश्री प्रियंका परमार, सुश्री अनीता टांक, श्री एम्बरोज जॉर्ज, वाहन चालक श्री महेश पांचाल तथा सफाई कर्मचारी सर्वश्री अभय, भूराभाई, लाखन, राहुल, राजूबाई और लोकेश मौजूद थे।

योजनाओं में लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति होना सुनिश्चित करने के निर्देश

एम.पी. स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेव्लपमेंट कार्पोरेशन के द्वारा संचालित सभी योजनाओं में शत-प्रतिशत लक्ष्‍यों की प्राप्ति सुनिश्चित हो। जहाँ पर निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति नहीं है उसकी जाँच की जाये। लक्ष्यों की प्राप्ति में कमियों का पता लगाकर उन्हें दूर किया जाये। योजनाओं के क्रियान्वयन में विलम्ब के लिये जिम्मेदारों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने आज मंत्रालय में आयोजित एम.पी. एग्रो की गत दिवस समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये।

      राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने पिछले दिनों सांसद-विधायक निधि के अन्तर्गत एम.पी. एग्रो द्वारा प्रदाय किये गये पेयजल टेंकरों की गुणवत्ता की जाँच कराने के लिये गठित जाँच समिति में निष्पक्ष विशेषज्ञ को शामिल करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जाँच समिति जाँचकर अपना प्रतिवेदन समय पर प्रस्तुत करें। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि निगम द्वारा प्रदाय किये जाने वाले कृषि यंत्र और उपकरणों की अच्छी गुणवत्ता के साथ-साथ कीमतें भी कम होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई उपकरणों की कीमतें बाजार में उपलब्ध उपकरणों से ज्यादा होने के कारण किसानों द्वारा यंत्र-उपकरण निगम से नहीं लियें जाते है। जिससे कई योजनाओं के क्रियान्वयन में दिक्कत आती है। बैठक में एम.पी. एग्रो द्वारा पूरक पोषण आहार के उत्पादन के लिये संचालित संयत्रों सहित अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई। बैठक में प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, एम.डी. एम.पी. एग्रो श्री श्रीकांत बनौठ और अन्य अधिकारी मौजूद थे।  

उज्जैन संभाग के देवास जिले के किसान अब

7 सितम्बर तक फसल बीमा करा सकेंगे

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केन्द्र सरकार ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए प्रदेश के बाढ़ प्रभावित पांच जिलों रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, देवास और हरदा में फसल बीमा योजना के प्रीमियम जमा कराने की अवधि 7 सितंबर तक बढ़ा दी है। इन जिले के जो शेष रहे किसान भी अब प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ ले सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने मध्यप्रदेश में हुई अतिवृष्टि एवं बाढ़ के दृष्टिगत बीमा योजना की तिथि को बढ़वा कर किसानों के हित में यह निर्णय लिया। पूर्व में फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि 31 अगस्त, 2020 निर्धारित थी।

  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में जिन जिलों में अतिवृष्टि के कारण सारी गतिविधिया रूक गई थी, वहां के किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा में शामिल होने से वंचित रह गये थे। इस संदर्भ में उन्होंने स्वयं केन्द्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखकर बीमा योजना की समय-सीमा 7 सितंबर तक बढ़ाने का आग्रह किया था। जिस पर केन्द्र सरकार ने तत्परता से निर्णय लेकर प्रदेश के पांच जिले के किसानों को राहत दी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा दी गई इस सुविधा का लाभ लेने की अपील भी की है। गौर तलब है कि गत वर्ष मध्यप्रदेश में करीब 23 लाख किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हुए थे। इस वर्ष लगभग 32 लाख किसानों ने बीमा योजना का प्रीमियम जमा कर अपनी फसल का बीमा करवाया है।

सहकारिता विभाग की आज वीसी होगी

मैदानी स्तर पर सहकारिता की योजनाओं का

पारदर्शी तरीके से प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए

सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया  ने गत दिवस कहा है कि कृषि व ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सहकारिता आन्दोलन की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे सहकारिता से सम्बधित शासन की योजनाओं को पारदर्शिता के साथ प्रभावी रूप से मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करायें ताकि हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल सकें। मत्री डॉ. भदौरिया ने यह भी कहा कि आज शनिवार 5 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहकारिता विभाग की गतिविधियों व योजनाओं की विस्तार से समीक्षा करेंगे।

मंत्री डॉ. भदौरिया ने बताया कि समीक्षा बैठक में आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत कृषि अधोसंरचना कोष के उपयोग एवं नाबार्ड की योजनाओं के संबंध में विशेष रूप से चर्चा की जायेगी। इसके अलावा पीएम किसान के पात्र किसानों को जारी केसीसी में ऋण वितरण, पशुपालक कृषकों को कार्यशील पूँजी हेतु साख सीमा, खरीफ 2020 में फसल ऋण वितरण, कृषि ऋणों की वसूली, एपेक्स बैंक यूटिलिटी पोर्टल पर फसल ऋण वितरण में कृषकवार ऋण वितरण एवं वसूली की जानकारी, रबी 2020-21 हेतु उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण, खरीफ 2020 फसल बीमा प्रीमियम प्रेषण के अलावा उपार्जन से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा भी करेंगे।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संस्थाओं के वित्तीय पत्रकों की प्राप्ति एवं धारा 56 के तहत जारी नोटिस, अंकेक्षण की प्रगति, अंकेक्षण शुल्क की वसूली, अंकेक्षण आपत्तियों के निराकरण हेतु लेखा समितियों की बैठकों, प्राथमिक कृषि साख संस्थाओं के नियमित एवं लंबित अंकेक्षण, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक एवं नागरिक बैंकों के वर्ष 2019-20 के वैधानिक अंकेक्षण, शहरी साख सहकारी समितियों के निरीक्षण की प्रगति, मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटी के संबंध में आरबीआई से प्राप्त शिकायतों के जाँच प्रतिवेदन प्रेषित करने, नवीन गठित सहकारी संस्थाओं की अंशपूँजी सहायता राशि की वसूली सहित अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा कर समीक्षा की जायेगी।

बड़े बांधों और जलाशयों की स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिये

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टर्स को जिले के बड़े बांधों और जलाशयों की स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि बांधों और जलाशयों के लिये तैनात अमला पूर्ण सजग, सतर्क रहे। संभागीय कमिश्नर्स भी नियमित मॉनिटरिंग कर कठिनाई की स्थिति में समाधान निकालें। बारिश की स्थितियां जब-तक पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाती, तब-तक राज्य एवं जिला स्तरीय कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे कार्य कर त्वरित रूप से रिस्पोंस करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित मकान एवं फसलों में हुए नुकसान का सर्वे प्राथमिकता के आधार पर करवाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राजस्व अमले के साथ कृषि, उद्यानिकी विभाग, स्थानीय निकाय के अधिकारी और कर्मचारियों की संयुक्त टीमें बनाकर सर्वे का कार्य समय-सीमा में पूरा करा लिया जावे। सर्वे कार्य के पश्चात पात्रतानुसार मुआवजा और फसल बीमा का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों से सोयाबीन की फसल में "यलो मोजेक" कीट लगने की सूचना आई है। फसलों की इससे सुरक्षा के हरसंभव उपाय करें, जिससे किसानों की फसलों को नुकसान न हो। सभी कलेक्टर्स अपने जिलों में इसकी रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करें।

  अतिवृष्टि से प्रभावित जिलों में लगाये गये बाढ़ राहत शिविरों में भोजन, पीने का पानी, दवाईयॉ, बिजली, साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जिला कलेक्टर्स को दिये गये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इन कार्यों के लिये यदि जिलों से मांग प्राप्त होती है तो राज्य स्तर से आवश्यक सहयोग तत्काल किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ का प्रभाव कम या खत्म होते ही डेंगू, हैजा, मलेरिया, डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियों के फैलने का भय बना रहता है। अत: सुनिश्चित किया जाये कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई, दवाओं का छिड़काव, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय ताकि बीमारियॉ न फैलें।

  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मौसमी बीमारियों से बचाव के लिये स्वास्थ्य विभाग को जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम में दवाओं के डिपो होल्डर्स के पास सामान्य दवाओं का पूरा स्टॉक रखा जाना सुनिश्चित करें। नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये जल स्त्रोतों में ब्लीचिंग पाउडर तथा अन्य दवाओं का तत्काल उपयोग किया जाय। कुओं में बारिश का पानी भरने के कारण हैण्ड पंप ही शुद्ध जल प्राप्ति के एकमात्र स्त्रोत हैं। अत: विशेष अभियान चलाकर खराब हैण्डपंपों का सुधार किया जाय।

  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ के कारण जिन क्षेत्रों में नालों में गाद भर गई है और सड़कों पर भी मिट्टी जमने से दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। अत: अतिरिक्त संसाधन लगाकर नालों तथा सड़कों की सफाई कराई जाय। जहॉ पर भी मृत जानवर पड़े हों उनके उठवाने की त्वरित व्यवस्था करें। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत के माध्यम से गलियों से कीचड़ की निकासी की व्यवस्था की जाय। जिले के ऐसे पिकनिक स्थलों जहाँ झरने देखने के लिये लोग पहुँच जाते हैं, वहां जाने से लोग बचें। ऐसे स्थानों पर सुरक्षा के लिये आवश्यक सावधानियाँ रखी जाएं।

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