शिकायत दर्ज करने में घंटों कराते हैं इंतजार विवेचना में फूल रहा दम | Shikayat darj krne main ghanto karate hai intejar vivechna main

शिकायत दर्ज करने में घंटों कराते हैं इंतजार विवेचना में फूल रहा दम 

शिकायत दर्ज करने में घंटों कराते हैं इंतजार विवेचना में फूल रहा दम

जबलपुर (संतोष जैन) - जिले में महिला पुलिस अफसरों की कमी के चलते महिला अपराधों की विवेचना नहीं की जा रही आलम यह है कि बलात्कार के प्रकरणों में घंटों पीड़ितों को थाने में महज इस कारण बैठना पड़ता है कि महिला विवेचक ही नहीं होती कई बार पड़ोसी थाने से तो कई बार लाइन से महिला एसआई को बुलाना पड़ता है जिले में कहने को तो 42 महिला एसआई पदस्थ हैं 6टीआईऔर 3 डीएसपी हैं लेकिन इनमें आधे के लगभग अवकाश पर हैं इसमें भी शहरी थानों में अधिक हैं कई थानों में महिला अधिकारी नहीं है जिले में 33 सौ  के बल में 450 के लगभग महिला पुलिसकर्मी है और अधिकारी हैं पुलिस मुख्यालय का आदेश है कि महिला संबंधी अपराधों में f.i.r. से पहले किसी महिला अधिकारी की मौजूदगी में पीड़िता का कथन आवश्यक है इस आदेश के चलते बलात्कार और छेड़छाड़ के प्रकरणों में कई बार गंभीर स्थिति उत्पन्न हो रही है बलात्कार गैंगरेप छेड़छाड़ व एसिड अटैक जैसे महिला संबंधी अपराधों में महिला उपनिरीक्षक से ऊपर के अधिकारियों से ही जांच कराने का प्रावधान है

 सबसे मुश्किल ग्रामीण थाना क्षेत्रों में 

विवेचना में भी पढ़ रहा असर 

जिले में कुछ थाना थानों में महिला उपनिरीक्षक नहीं है ऐसे में आसपास के थानों या कोड रेड से महिला एसआई को बुलाने की छूट दी गई है जल्द ही हर थाने में एक महिला एसआई और संभाग में एक महिला एसआई की पदस्थापना कर दी जाएगी

 सिद्धार्थ बहुगुणा एसपी जबलपुर

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