कुंभकार समाज मूर्तिकारो पर छा रहा महा संकट | Kumbhkar samaj murtikaro pr chha rha maha sankat

कुंभकार समाज मूर्तिकारो पर छा रहा महा संकट


छिंदवाड़ा (शुभम सहारे) - छिंदवाड़ा शहर के कुंभकार मूर्तिकारों पर इस वर्ष कोरोना महामारी के लॉकडाउन के कारण पेट पालन हेतु गहरा संकट छा रहा है इस वर्ष मार्च 2020 से लागू डाउन के कारण समस्त कुंभकार मूर्तिकार का सामान्य व्यवसाय गर्मी में मटका विक्रय नवरात्र में कलश स्थापना एवं शादी मुहूर्त में मिट्टी के बर्तन अक्षय तृतीया पर गागर की बिक्री ना होने से संपूर्ण समाज आर्थिक संकट में आ गया कुंभकार मूर्तिकार समाज छिंदवाड़ा शहर में अत्यंत दयनीय स्थिति में अपने परिवार का भरण पोषण करता है किसी भी तरह मटका कलस घागर व्यवसाय ना होने से लॉकडाउन में मूर्तिकारों ने श्री गणेश जी श्री दुर्गा जी की प्रतिमा घर में रहकर ही बनाना प्रारंभ किया ताकि मूर्ति बिक्री में वर्ष भर का जीवन यापन हो सके लेकिन शासन के निर्देश और एसडीएम महोदय की समझाइश गत माह में पुलिस कंट्रोल रूम में दी गई सभी मूर्तिकार छोटी-छोटी मूर्तियां बनाएं बड़ी मूर्तियां एवं पंडाल की अनुमति नहीं है छिंदवाड़ा शहर के 150 परिवार मूर्ति बिक्री से जुड़ा हुआ है जो वर्ष भर के लिए अपने अपने परिवार के भरण पोषण हेतु धन एकत्रित करता है लेकिन जानकारी प्राप्त हुई कि शहर के 2-3 संगठन जो गणेश  उत्सव मनाते हैं उन्होंने घोषणा की की तीन से चार हजार मूर्तियां श्री दान करेंगे इससे मूर्ति कारों की मूर्ति का विक्रय नहीं हो पाएगा यदि बाहर वाले 6-7 हजार मूर्तियां बेचकर जाएं और शहर के गणेश पंडाल तीन चार हजार मूर्तियां दान करेंगे तो शहर के कुंभकार मूर्तिकार के परिवार भूखे मर जाएंगे उनके पास कोई मजदूरी का भी साधन नहीं है एकमात्र मिट्टी का व्यवसाय इनका पेट पालता है आज की परिस्थिति में एकदम स्पष्ट है कि आगे दुर्गा जी का उत्सव भी नहीं होना है इससे दुर्गा जी की मूर्तियां भी नहीं बिकेगी और कलश स्थापना भी नहीं होंगे कई  कुंभकार मूर्तिकार के नाम भी गरीबी रेखा में नहीं जुड़े हैं और ना ही कुंभकार मूर्तिकार के परिवार के सदस्यों का मजदूरी कार्ड भी नहीं है।

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