32 उपवास का पारणा हुआ
मेघनगर (जुजर अली बोहरा) - पिनू ब्रिजवानी द्वारा 32 उपवास की दीर्घ तपाराधना पर श्रीसंघ ने किया बहुमान , आचार्य भगवंत पूज्य गुरुदेव श्री उमेशमुनिजी म.सा. के प्रथम शिष्य प्रवर्तक पू.श्री जिनेंद्रमुनिजी म.सा. की आज्ञानुवर्तीनी पूज्याश्री पुण्यशीलाजी म.सा.आदि ठाना 5 मेघनगर अणु स्वाध्याय भवन पर सुखसातापूर्वक विराजित है।
आप की पावन निश्रा में नगर में ज्ञान,दर्शन,चारित्र एवं तप की आराधनाएँ चल रही है। श्रावक एवं श्राविका वर्ग शासन के नियमों का पालन करते हुए घर पर रहकर ही सामायिक,प्रतिक्रमण,नवकार महामंत्र के जाप एवं अन्य धार्मिक क्रियाएं कर रहे हैं। धर्माराधना के क्रम में कई श्रावक एवं श्राविका द्वारा कठोर तप आराधना की जा रही है सोमवार को 32 उपवास के तपपूर्ति के उपलक्ष्य में अणु स्वाध्याय भवन पर विराजित पूज्या श्री पुण्यशिलाजी म.सा. ने तप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तप वही करते है जिनका मन बलवान होता।देवता भी तपस्वी को नमन करते है।
पूज्या अनंतगुणाजी म.सा.ने तप स्तवन से सबको भावविभोर कर दिया। श्रीसंघ की ओर से अभिनदंन पत्र का वाचन विपुल धोका ने किया ।तप की बोली तप से लगाते हुए पिनू ब्रजवानी के अनुज सुमित ब्रिजवानी ने 8 उपवास की बोली लगा कर बहुमान किया। श्रीसंघ की ओर से अध्यक्ष प्रकाश भंडारी, यशवन्त बाफना,सुभाष झामर, हंसमुखलाल वागरेचा, चंद्रसेन झामर,विनोद बाफना आदि ने तपस्या की अनुमोदना की।
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