कार सेवकों का किया सम्मान, 1990 का वृतांत बताते हुवे भावुक हुवे शंकर लाल सेन | Karsevako ka kiya samman 1990 ka vratant batate hue bhavuk hue shankar lal sen

कार सेवकों का किया सम्मान, 1990 का वृतांत बताते हुवे भावुक हुवे शंकर लाल सेन

कारसेवक शंकर लाल सेन को वरिष्ठ भाजपा नेता दर्शन मिगलानी ने भेट की तलवार

कार सेवकों का किया सम्मान, 1990 का वृतांत बताते हुवे भावुक हुवे शंकर लाल सेन

जुन्नारदेव (मनेश साहू) - 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी मस्जिद ढांचे को ध्वस्त करने वाले नगर के कार सेवकों का सम्मान गुरूवार को समस्त सनातनी धर्म के नागरिकों द्वारा किया गया। शहर के विजय स्तंभ रामलीला मंच हॉल में दिवंगत कारसेवकों के परिजनों व जीवंत कारसेवकों को  सम्मानित किया गया। कार सेवक के रूप में विवादित ढांचे को विध्वंस करने वाले नगर के शंकर लाल सेन, दिवंगत कारसेवकों के परिजनों के रूप में शैलेंद्र गुप्ता, संजय गुप्ता, राजेश सहाय, अशोक बत्रा, मिट्ठू नामदेव, राघव शर्मा एवं बजरंग दल सह संयोज के रूप में कारसेवक की भूमिका निभाने वाले नगर के भरत जोशी, अशोक नाग लिंगम, कपिल चौरसिया, प्रमोद बंदेवार, किशोर बरहैया को सनातन धर्म के दर्शन मिगलानी, श्रीकृष्ण बरहैया, नितिन राजोरिया, शशिकांत मालवीय, राहुल अमूल्ये, मनीष चौरसिया, ओमप्रकाश हुडिया, तरुण जैन, नितेश राजपूत, रानू रसेला, सुरेश भोला सोनी, गौरव सिंह द्वारा शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इसके पूर्व कारसेवकों को तिलक लगाकर व मिष्ठान खिलाकर उनका सम्मान किया गया एवं कारसेवक शंकर लाल सेन को वरिष्ठ भाजपा नेता दर्शन मिगलानी द्वारा भेट स्वरूप तलवार दी गई। 


कार्यक्रम में शंकर सेन ने बताया कि किस तरह अयोध्या में अपनी भूमिका निभाई थी इस विषय पर तरुण बत्रा, रामकुमार शर्मा एवं संजय जैन द्वारा वक्तव्य दिए गए। इस कार्यक्रम में गणमान्य नागरिक शशिकांत मालवी, मिंटू शर्मा, वैभव जोशी, सतीश पांडे, संतु बन्देवार, विपिन बिन्दवारी, हरिलाल, धीरज बरहैया, जित्तू सूर्यवंशी, चंद्रक सेन एवं बड़ी संख्या में सनातनी धर्म के सदस्यगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का मंच संचालन सनातनी धर्म के सन्नी गोदवानी द्वारा किया गया।

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