आरआरटी के एक चिकित्सक को ड्यूटी के दौरान हुआ था कोरोना संक्रमण | RRT ke ek chikitsak ko duty ke douran hua tha corona

आरआरटी के एक चिकित्सक को ड्यूटी के दौरान हुआ था कोरोना संक्रमण

लेकिन ड्यूटी के प्रति जज्‍बा ऐसा था कि दोबारा स्वस्थ होकर तुरन्त ड्यूटी जॉइन की

आरआरटी के एक चिकित्सक को ड्यूटी के दौरान हुआ था कोरोना संक्रमण

उज्जैन (रोशन पंकज) - वर्तमान में कोविड-19 महामारी से पूरी दुनिया परेशान है। ऐसे में डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात एक करके इस संक्रमण से लड़ रहे हैं ताकि आमजन को इस महामारी से बचाया जा सके। ऐसे में कई बार ड्यूटी पर तैनात कोरोना वॉरियर्स को भी संक्रमण हो जाता है। ऐसे ही एक कोरोना वॉरियर उज्जैन की रेपिड रिस्पांस टीम के डॉ.ज़लील अहमद कुरैशी विगत अप्रैल महीने में ड्यूटी के दौरान कोरोना से संक्रमित हो गये थे। उन्हें पता ही नहीं चला कि वे इस महामारी से ग्रस्त हो गये हैं।

कुछ दिनों बाद डॉ.कुरैशी को हल्का बुखार हो गया था। इस पर डॉ.कुरैशी की टीम ने उनका बिना देरी किये तुरन्त फीवर क्लिनिक पर जाकर कोरोना टेस्ट करवाया, लेकिन तब तक वे अपने परिवार के सम्पर्क में आ गये थे। डॉ.कुरैशी की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर उनके परिवार का भी उन्होंने एहतियात के तौर पर टेस्ट करवाया। परिवार के चार लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, लेकिन चूंकि डॉ.कुरैशी स्वयं ही कोरोना वॉरियर हैं, इसीलिये उन्होंने इस मुश्किल समय में धैर्य न खोते हुए परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया और  परिवार के सभी चार सदस्यों सहित कोविड केयर सेन्टर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में इलाज के लिये भर्ती हुए। सही समय पर परिवार को इलाज मिलने पर आज डॉ.कुरैशी सहित पूरा परिवार कोरोना संक्रमण से पूर्ण रूप से स्वस्थ है।

डॉ.कुरैशी ने बताया कि इलाज के दौरान पीटीएस के सभी डॉक्टरों और मेडिकल टीम ने न सिर्फ उनका इलाज किया, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाया और परिवार के सदस्य की तरह उनका सहयोग किया। डॉ.कुरैशी के परिवार के लोगों को यह लगा ही नहीं कि वे अपने घर के बाहर किसी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। जब डॉ.कुरैशी पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर गये तो उन्होंने दोबारा रेपिड रिस्पांस टीम में ही अपनी ड्यूटी लगाये जाने की इच्छा जाहिर की। प्रशासन द्वारा उनके जज्‍़बे को देखते हुए तथा इसका सम्मान करते हुए डॉ.कुरैशी की ड्यूटी आरआरटी में लगा दी है। आज डॉ.कुरैशी उसी जज्‍़बे, उत्साह और ऊर्जा से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें पूर्ण रूप से यह विश्वास है कि यदि उन्हें दोबारा संक्रमण हो भी गया तो भी वे उसे दोबारा हरायेंगे।

क्योंकि यदि इस संक्रमण से डरकर डॉक्टर ही ड्यूटी नहीं करेंगे तो बाकी लोगों का क्या होगा। डॉ.कुरैशी और उनके जैसे अन्य डॉक्टर तथा मेडिकल स्टाफ बिना अवकाश लिये कोरोना संक्रमण से निरन्तर जंग लड़ रहे हैं। इस दौरान कई बार उन्हें परिवार से भी दूर रहना पड़ता है। डॉ.कुरैशी ने बताया कि मंगलवार को उनकी दो साल की बच्ची का जन्मदिन भी है। अप्रैल महीने में उनकी बच्ची भी कोरोना से संक्रमित हो गई थी लेकिन आज वह पूर्ण रूप से स्वस्थ है और अपना दूसरा जन्मदिन मना रही है, लेकिन डॉ.कुरैशी फील्ड में हैं, इसीलिये उन्होंने फोन के माध्यम से ही अपनी बच्ची को वीडियो कॉलिंग कर जन्मदिन की ढेर सारी बधाईयां दी, क्योंकि कोरोना संक्रमण से लड़ना उनका फर्ज है, जिसे वे परिवार से ज्यादा प्राथमिकता देते हैं। डॉ.कुरैशी जैसे सभी चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ के इसी जज्‍़बे के कारण आज इस महामारी से कई लोग स्वस्थ होकर अपने घर अपनों के बीच गये हैं।

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